Jharkhand:पाँच साल पहले पटना से चोरी बुलेट को चला रहा था झारखण्ड पुलिस का एएसआई सर्विस सेंटर से खुला राज,एएसआई सस्पेंड..

राँची/दुमका।पांच साल पहले पटना के एसकेपुरी थाना क्षेत्र से चोरी हुई बुलेट बाइक को दुमका का दारोगा चला रहा था।चोरी की बाइक को एएसआइ द्वारा चलाये जाने के मामले का खुलासा तब हुआ,जब बाइक की सर्विसिंग कराने के लिए उसने इसके ऑथोराइज्ड सर्विस सेंटर में दिया।सर्विसिंग पूरा होने के बाद जब रजिस्टर्ड मोबाइल नंबरपर मैसेज गया, तो उसके असली मालिक पटना के एएन कॉलेज के पास बोरिंग रोड के रहनेवाले दिवाकर कुमार को अपनी रायल इनफिल्ड क्लासिक 350 (ब्लैक) के दुमका में सर्विसिंग होने की जानकारी मिली।उसे कंपनी के ऑटोमेटड मैसेजिंग सिस्टम से जॉब कार्ड रजिस्टर्ड होने और इस्टिमेटेड चार्ज 545.61 रुपये होने तथा सर्विसिंग के बाद 24 दिसंबर को उपलब्ध कराने का मैसेज गया था।दिवाकर को मैसेज मिला, तो उसका भी माथा ठनक गया।उसने यहां के सर्विस सेंटर के कंस्ल्टेंट अनिल कुमार दास से संपर्क साधा, तो उन्होंने बताया कि बाइक दुमका मुफस्सिल थाना के एएसआइ ने दी थी।उन्हें थाने तक पहुंचाने के बाद वहीं से बाइक को एक कर्मी लेकर सर्विस स्टेशन लाया था और फिर बाइक की सर्विसिंग पूरा होने के बाद वे लेते गये थे।पांच साल पहले दिवाकर कुमार के द्वारा 2015 में एसकेपुरी थाना में बुलेट चोरी का मामला दर्ज कराया गया था।इस मामले में तुरंत डीआइजी और दुमका जिला प्रशासन को जानकारी दी।

सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक अंबर लकड़ा ने एएसआइ को निलंबित कर दिया है।करीब आठ दिन पहले ही एएसआइ अखलाक खान ने मुफस्सिल थाना में योगदान किया था।नगर थाना पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए बाइक को जब्त कर लिया है।

इधर नगर थाना प्रभारी देवव्रत पोद्दार ने कहा कि मामला पटना के एसकेपुरी थाने का है।बुलेट चोरी को लेकर दिवाकर कुमार के बयान पर एसकेपुरी थाना में अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. सर्विसिंग सेंटर का मैसेज दिवाकर कुमार के पास पहुंचने पर मामले का खुलासा हो पाया. संबंधित थाना को इसकी सूचना दे दी गयी है।और मामले की जांच की जा रही है।

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