झारखण्ड एटीएस ने सीआरपीएफ़ जवान समेत तीन को किया गिरफ्तार,450 राउंड गोली बरामद,नक्सलियों और अपराधिक गिरोह को हथियार व गोली उपलब्ध कराता था

राँची।झारखण्ड एटीएस टीम को बड़ी सफलता मिली है।एटीएस टीम ने भाकपा माओवादी संगठन व अपराधिक गिरोह को हथियार और गोली उपलब्ध कराने वाला सीआरपीएफ जवान समेत तीन लोगों की गिरफ्तार किया है।गिरफ्तार लोगों में बिहार का रहने वाला सीआरपीएफ का जवान अविनाश कुमार, ऋषि कुमार, और पंकज कुमार सिंह शामिल हैं। इनके पास से 450 राउंड गोली बरामद किया गया है।

भाकपा माओवादी और अपराधी गिरोह को उपलब्ध कराता था हथियार और गोली

झारखण्ड एटीएस के द्वारा पूछताछ में यह बात सामने आई है,कि इन अपराधियों के द्वारा भाकपा माओवादी संगठन को भारी संख्या में एके-47 और इंसास राइफल का कारतूस उपलब्ध कराया गया है।इनके द्वारा अलग-अलग अपराधिक गिरोह जिनमें अमन साहू गिरोह भी शामिल है, उन्हें भी हथियार और कारतूस मुहैया कराया गया है।

कई अपराधी गिरोह के संपर्क में था सीआरपीएफ का जवान अविनाश कुमार

बताया गया कि गिरफ्तार अभियुक्त अविनाश कुमार सीआरपीएफ के 182 बटालियन में आरक्षी के रूप में पुलवामा में पदस्थापित था जो पिछले 4 महीने से अनुपस्थित रहा है. वह 24 अगस्त 2011 को मोकामा ग्रुप सेंटर से सीआरपीएफ में बहाल हुआ था।पहले 112 बटालियन सीआरपीएफ लातेहार और 204 बटालियन कोबरा जगदलपुर में पदस्थापित रहा है।साल 2017 से 182 बटालियन जगदलपुर में पदस्थापित है।वह अपराधी अमन साहू,हरेंद्र यादव और लल्लू खान से संपर्क में था. वर्तमान में हरेंद्र यादव और लल्लू खान शेरघाटी और गया जेल में बंद है।

माओवादियों ने ठेकेदार को गोली उपलब्ध कराने की दी थी जिम्मेवारी

एसटीएस एसपी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी ऋषि कुमार हटिया राँची में ट्रांसपोर्टेशन का कार्य और एयरपोर्ट रोड में भवन निर्माण का कार्य करता था. इसी दौरान वह ठेकेदार संजय सिंह और मुहाहिर के संपर्क में आया. जो सराइकेला और चाईबासा क्षेत्र में सड़क निर्माण का कार्य कर रहे थे। इन ठेकेदारों को माओवादियों द्वारा गोली उपलब्ध कराने की जिम्मेवारी दी थी।इन ठेकेदारों से बैंक खाते में नगद राशि लेकर कई बार गोली उपलब्ध कराने का भी कार्य किया है. गिरफ्तार अपराधी पंकज कुमार सिंह धनबाद के भूली में रहकर कोयला और जमीन का कारोबार कर रहा था। संजय सिंह झारखण्ड और बिहार के अलावा असम और नागालैंड के हथियार और कारतूस के कारोबारियों से संपर्क में था, और उनके माध्यम से गिरफ्तार अभियुक्त ऋषि के साथ अन्य व्यक्तियों को भी हथियार और गोली उपलब्ध कराता था।

एटीएस को मिली है कई अहम जानकारी:

गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ के दौरान इतिहास को हथियार और गोली की कई अन्य स्रोतों और इस अवैध कार्य में शामिल अपराधियों के बारे में भी कई महत्वपूर्ण सूचनाएं मिली है. जिसको लेकर छानबीन और अनुसंधान किया जा रहा है. एटीएस के द्वारा भाकपा माओवादी संगठन और अन्य उग्रवादी और अपराधिक गिरोह को हथियार कारतूस उपलब्ध कराने वाले गिरोह के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है. जिसका नेतृत्व डीएसपी रैंक के अधिकारी के द्वारा किया जा रहा है।