भारतीय रेल:”तुम सब छोटा आदमी हो,तुम्‍हारी औकात नहीं है राजधानी एक्‍सप्रेस ट्रेन में सफर करने की,ज्‍यादा बोलोगे तो पांच हजार रुपये का जुर्माना लगा देंगे”फिर दोनों को ट्रेन से धक्का दे दिया,ये आरोप टीटीई पर दो यात्री ने लगाये हैं।

कोडरमा।रेलवे या हवाई जहाज में सफर करने वाले से अब उसकी औकाद देखकर सफर करने इजाजत देंगे क्या?सवाल यही उठ रहा इस घटना से एक टीटीई की हरकत से अगर ये घटना सही है तो बहुत ही गम्भीर है।जी हां एक ऐसा मामला सामने आया है।जहां एक टीटीई ने कहा- तुम सब छोटा आदमी हो, तुम्‍हारी औकात नहीं है राजधानी एक्‍सप्रेस ट्रेन में सफर करने की। ज्‍यादा बोलोगे तो पांच हजार रुपये का जुर्माना लगा देंगे। टीटीई के खिलाफ यह शिकायत है उन दो मजदूरों की,जो राजधानी एक्‍सप्रेस ट्रेन से वैध टि‍कट पर भुवनेश्‍वर जा रहे थे। दोनों मजदूरों ने कोडरमा स्टेशन की शिकायत पुस्तिका में इस मामले की लिखित शिकायत की है। दोनों मजदूर नई दिल्ली भुवनेश्वर राजधानी एक्‍सप्रेस के बी2 कोच में सफर करने के लिए चढ़े थे। उन्‍होंने मामले में टीटीई पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।कहा है कि बुधवार को अहले सुबह 5. 22 बजे वे लोग कंफर्म टिकट लेकर कोडरमा से भुवनेश्वर जाने के लिए ट्रेन में सवार हुए थे, लेकिन टीटीई ने उन्हें यह कहते हुए धक्का देकर उतार दिया कि तुम लोग मजदूर हो। तुम्हारी औकात नहीं है इस ट्रेन में सफर करने की। ज्यादा बोलोगे तो ₹5000 का फाइन काट देंगे। इसके बाद वे लोग कोडरमा स्टेशन मास्टर के कार्यालय में गए और वहां शिकायत पुस्तिका में कंप्लेन दर्ज कराया।वहीं शिकायत करने वाले मजदूर रामचंद्र यादव और अजय यादव ने बताया कि दोनों विजयवाड़ा में पोकलेन ऑपरेटर का काम करते हैं। दोनों बरही के बरसोत के निवासी हैं। कोडरमा से भुवनेश्वर जाने के लिए बुधवार को ट्रेन में सवार हो रहे थे। इसके लिए उन्होंने ऑनलाइन टिकट बुक कराया था। इस संबंध में बात करने पर कोडरमा स्टेशन प्रबंधक एके सिंह ने बताया कि दोनों यात्रियों की शिकायत धनबाद रेल मंडल के वरीय अधिकारियों के पास भेज दी गई है।अब देखना है रेलमंत्री या रेलवे के बड़े अधिकारियों का क्या इस मामले में रुख होता है।आग ये घटना सही है तो बहुत ही गम्भीर बिषय है।

रेलवे ने मामले को बताया बेबुनियाद

इस मामले में डीआरएम आशीष बंसल ने कोडरमा स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच कर दोनों मजदूरों के आरोप को पूरी तरह से निराधार बताया है। डीआरएम ने कहा है कि जब ट्रेन स्टेशन से खुल चुकी थी, उस समय दोनों मजदूर भागते हुए प्लेटफार्म नंबर 4 से 3 पर आ रहे थे। दोनों मजदूर ट्रेन आने से पहले प्लेटफार्म नंबर 4 पर सोए हुए थे। प्लेटफार्म नंबर 3 पर ट्रेन आने के बाद दोनों ने भागना शुरू किया।दोनों के फुटओवर ब्रिज पर पहुंचने के दौरान ही ट्रेन स्टेशन से खुल चुकी थी। ट्रेन 5:22 पर आई और 5:24 में खुल चुकी थी। दोनों ट्रेन तक पहुंचे ही नहीं थे। ऐसे में टीटीई के द्वारा धक्का देने का सवाल ही कहां उठता है। उन्होंने कहा कि दोनों मजदूरों का टिकट उनकी कंपनी के द्वारा ऑनलाइन बनाया गया था। ट्रेन छूटने के बाद कंपनी को जवाब देने के लिए इस तरह की बेबुनियाद शिकायत स्टेशन की शिकायत पुस्तिका पर दोनों ने दर्ज की है।


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