पलामू:राजकीयकृत प्लस टू हाई स्कूल में प्रिंसिपल और चपरासी में जमकर मारपीट
पलामू।झारखण्ड के पलामू में सरकारी स्कूल में कुछ अलग ही नजारा सामने आया है। यहां प्रिंसिपल और स्कूल के चपरासी के बीच जमकर मारपीट हो गई। शुक्रवार सुबह साढ़े छह बजे हुई इस मारपीट का वीडियो अब सामने आया है। इसमें साफ देखा जा सकता है कि दोनों की बीच देर तक हाथापाई हुई। इतना ही नहीं, दोनों ने हाथों में डंडा भी ले रखा है और एक-दूसरे को भला-बुरा बोलते भी नजर आ रहे हैं।मामला पलामू के मेदिनीनगर के राजकीयकृत प्लस टू हाई स्कूल (जिला स्कूल) का है। मारपीट करने वाले प्रभारी प्राचार्य करुणा शंकर तिवारी और चपरासी हिमांशु तिवारी हैं। शुक्रवार सुबह इन दोनों के बीच खूब लात-घूंसे चले। गाली-गलौज भी हुई। इस पूरी घटना के दौरान विद्यालय के शिक्षक और दूसरे कर्मचारी तमाशबीन बने रहे।
चपरासी ने प्रिंसिपल पर स्कूल का सामान बेचने का आरोप लगाया है, वहीं प्रिंसिपल का कहना है कि चपरासी समय पर स्कूल नहीं आता, काम भी नहीं करता। अब मामला शिक्षा विभाग तक पहुंच गया है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई होगी।
वीडियो में साफ दिख रहा है कि प्रिंसिपल और चपरासी एक-दूसरे से उलझे हुए हैं। एक-दूसरे के लिए गाली-गलौज कर रहे हैं। घटना में दोनों को हल्की चोट लगी है। घटना के संबंध में बताया गया कि प्राचार्य की ओर दावा किया जा रहा है कि चपरासी हिमांशु तिवारी समय पर विद्यालय नहीं आता है।वहीं प्रिंसिपल करुणा शंकर का कहना है कि समय पर नहीं आने के बारे में पूछताछ करने पर चपरासी उलझ गया। वह गाली-गलौज पर उतर गया। प्रिंसिपल ने बताया कि चपरासी हिमांशु तिवारी विद्यालय में साफ-सफाई तक नहीं करता। परिसर में लगे बगीचे में वह पानी भी नहीं देता है। गर्मी के कारण पौधे सूख रहे हैं। वह हर दिन ड्यूटी की अवधि में बैठकर समय गुजारकर वापस घर चला जाता है।
वहीं चपरासी हिमांशु तिवारी ने बताया कि विद्यालय सुबह छह बजे पहुंचे थे। बिना कारण प्रभारी प्राचार्य करुणा शंकर तिवारी उलझ गए। उस पर डंडा चला दिया। हिमांशु तिवारी ने कहा कि चपरासी हैं तो क्या हम लोगों की कोई इज्जत नहीं है।उन्होंने कहा कि जिला स्कूल के छात्रावास की ईंट, लकड़ी, लोहा सब प्राचार्य ने बेच दिया। इसका विरोध किया गया तो वह कार्रवाई की धमकी देने लगे। बताया जा रहा है कि दोनों के बीच हुए विवाद का मामला शिक्षा विभाग तक पहुंच गया है। अधिकारी इस मामले में जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रहे हैं।