Jharkhand: गुमला के घाघरा थाना क्षेत्र में पारा शिक्षक और उसके साथी की लाठी-डंडे से पीटकर हत्या,पुलिस ने शव कब्जे में लेकर जाँच में जुटी है।
गुमला।झारखण्ड के गुमला जिले में हत्याओं के दौर चला।अपराधियों में पुलिस और कानून का डर गायब है।पिछले कुछ महीनों से हत्याओं के सिलसिला जारी है।फिर से जिले के घाघरा थाना क्षेत्र के घोर नक्सल प्रभावित तेंदार पाकरकोना गांव में पारा शिक्षक 35 वर्षीय लालदेव असुर और बाकी टोली दीरगांव निवासी 28 वर्षीय रामसूरज खड़िया की लाठी से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई है। इसका खुलासा रविवार को हुआ है।घटना के सम्बंध में मारे गए पारा शिक्षक लालदेव की पत्नी राजमनियराइल ने बताया कि शुक्रवार को दसई करम मनाने के लिए उसका पति घर से मांदर लेकर निकला था।तेंदार मेला में लालदेव और रामसुरज को अंतिम बार देखा गया था। वहां से वे दोनों अपने-अपने घर वापस नहीं लौटे। उन दोनों के परिजन गांव एवं आस पास के इलाके में खोज करते रहे। रविवार को दिन के एक बजे बैल चराने वाले लोगों ने सूचना दी कि दो लोगों का शव तेंदार मेला के नीचे झाड़ी में पड़ा हुआ है। दोनों वही लोग थे जिनकी लाठी डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी।घटना की सूचना मिलने के बाद परिजन और पुलिस पाकरकोना गांव पहुंचे। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में ले लिया है। पाकरकोना गांव घाघरा प्रखंड मुख्यालय से 30किमी दूर है। यहां नक्सली गतिविधियां संचालित होती हैं और यहां जाने के लिए सड़क नहीं है।पुलिस ने शव कब्जे में लेकर मामले की छानबीन में जुटी है।
बता दें कि तेंदार मैदान में शुक्रवार को जतरा मेला लगा था और मेले में रामसुरुज।एवम लालदेव भी शामिल हुवे थे। लेकिन मेले की रात दोनो अपने अपने घर नही पहुचे जिससे परिजन खासे परेशान रहे और सुबह में भी सगे संबंधियों में पता किया लेकिन उनका कोई पता नही चल सका। इधर रविवार को चरवाहों की नजर झाड़ी में पड़े शव पर पड़ी और उन्होंने इसकी सूचना गॉववालो को दी। जिस स्थान पर मेले का आयोजन हुवा था उसी स्थान से करीब डेढ़ सौ गज की दूरी पर उनकी हत्या कर दी गयी है। दोनों शव 10- 15 फिट की दूरी पर झाड़ी में पडा है। यहां बता दें कि शिक्षक लालदेव के घर पाकरकोना से मेला स्थल की दूरी आधा किलोमीटर है जबकि रामसुरुज के घर बाकीतला से मेला की दूरी करीब दो किलोमीटर है। घटना स्थल घाघरा प्रखंड मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर एवम सुदूरवर्ती के साथ साथ अतिउग्रवाद प्रभावित क्षेत्र है। हत्या के कारणों का भी पता नही चल सका है।