अच्छी पहल: पसोपेश में पड़े राजधानी के पुलिसकर्मी, एसएसपी ने थाना प्रभारीयों से मांगे सभी पुलिसकर्मियों के चरित्र रिपोर्ट
पुलिसकर्मियों और पदाधिकारियों को शराब पीना और आम लोगो से अच्छा व्यवहार न करना पड़ सकता है महंगा, एसएसपी ने सभी थाना और ओपी प्रभारी से मांगी सबके चरित्र की रिपोर्ट
कोई आपराधिक प्रवृति का तो नही, मांगी रिपोर्ट अब पसोपेश में पड़े थाना और ओपी प्रभारी, अपने ही सहयोगियों और पदाधिकारियों के विरुद्ध रिपोर्ट देने में आ रही है परेशानी
राँची। राँची एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने एक अच्छी पहल की है।राँची जिले के पुलिसकर्मियों और पदाधिकारियों को अब शराब पीना और आम लोगो से अच्छा व्यवहार न करना महंगा पड़ सकता है क्योकि राँची के एसएसपी ने सभी थाना और ओपी प्रभारी से इन सभी के चरित्र के सम्बंध में रिपोर्ट मांगी है। एसएसपी ने पुलिस कर्मियों और पदाधिकारियों के सम्बंध में पांच बिंदुओं पर रिपोर्ट देने का आदेश सभी प्रभारियों को दिया है। अब सभी थाना प्रभारी को अपने ही सहयोगियों के विरुद्ध रिपोर्ट देने में काफी परेशानी आ रही है। उन्हें समझ मे नही आ रहा है कि रिपोर्ट में किसके विरुद्ध की लिखे। अगर किसी के बारे में कोई थाना प्रभारी सच लिख देता है तो उसे आगे परेशानी हो सकती है। एसएसपी शिकायत मिलने वाले पुलिसकर्मियों और पदाधिकारियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई कर सकते है। इधर एसएसपी का कहना है कि अनुसाशन बनाने के लिए रिपोर्ट मांगी गई है। ताकि पुलिसकर्मियों व अधिकारियों का आम जनता के साथ अच्छा वयवहार बने।
इन बिंदुओं पर मांगी गई है रिपोर्ट
— वैसे पुलिसकर्मी और पदाधिकारी जो आदतन शराबी हो।
— जो आपराधिक प्रवृति के हो।
— जिनका चरित्र अच्छा नहीं है।
— जिनका व्यवहार आम जनता के साथ अच्छा नहीं है।
— जिनका व्यवहार सहकर्मियों के साथ अच्छा नहीं हो।
पहली बार अपने ही विभाग के पदाधिकारियों और पुलिस कर्मियों के बारे में मांगी गई आपराधिक प्रवृति की जानकारी
राँची में पहली बार है जब किसी अधिकारी ने ऐसी जानकारी अपने ही विभाग के पदाधिकारियों और पुलिसकर्मियों के विरुद्ध मांग की वे अपराधी प्रवृति के तो नहीं। पुलिस विभाग में काफी संख्या में पदाधिकारी और कर्मी जो शराब पीते है। आये दिन शराब पीकर सड़क पर तमाशा करते पुलिस कर्मी दिख जाते है। लेकिन आजतक विभाग ने ऐसी जानकारी नहीं मांगी थी की आदतन कौन पदाधिकारी और पुलिसकर्मी शराबी है।
अधिकांश ने दी है ऐसे कोई लोग नहीं है थाना में
थाना और ओपी द्वारा जानकारी भेजी जा रही है। अधिकांश यही जानकारी दे रहे है कि ऐसे कोई लोग थाना या ओपी में नहीं है। इधर एसोसिएशन के अधिकारी भी इस संबंध में कुछ नहीं कह पा रहे है क्योंकि ये अपने ही अधकारी के साथ अवमानना हो जाएगी और रिश्ता खराब होगा।