गिरिडीह:16 साल से फरार नक्सली सनातन को पुलिस ने किया गिरफ्तार…
गिरिडीह।झारखण्ड में गिरिडीह जिले में पीरटांड का इलाका वर्षों से नक्सलियों के प्रभाव का रहा है।यहां नक्सली संगठन भाकपा माओवादी ने अनगिनत घटना को अंजाम दिया है। कई दफा पुलिस नक्सली के बीच भिंडत भी होती रही।दोनों तरफ क्षति भी हुई। 16 वर्ष पहले पुलिस को बड़ी क्षति पहुंचाने की इसी तरह की योजना नक्सलियों ने बना रखी थी। इसे लेकर पीरटांड थाना इलाके के कोंझिया में नक्सलियों का जमावड़ा भी लगा था।हथियार, विस्फोटक के साथ नक्सली दस्ते का जुटान भी हुआ। लेकिन पूर्व में पकड़ाए नक्सली रामजीत हेमब्रम की निशानदेही पर पुलिस ने दबिश दी तो चडरी पहाड़ के पास विस्फोटक पदार्थ नक्सली दस्तावेज, हथियार और गोली बरामद हुआ। इस दौरान अन्य नक्सली भागने में सफल रहे।
अब इस कांड में शामिल फरार नक्सली को गिरिडीह एसपी दीपक कुमार शर्मा की टीम ने 16 साल बाद गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया नामजद अभियुक्त गाण्डेय के ओझाडीह निवासी सनातन टुडू (पिता- योगा टुडू उर्फ योगी टुडू) है।बताया जाता है कि एसपी दीपक शर्मा को यह सूचना मिली कि पीरटांड थाना कांड संख्या 42/2008 का वारंटी नक्सली सनातन अपने गांव में है। इस सूचना पर एएसपी कौशर अली के नेतृत्व में छापेमारी की गई और सनातन पकड़ा गया। सनातन को गिरफ्तार करने वाली टीम में एएसपी (अभियान) के साथ पीरटांड थाना प्रभारी गौतम कुमार, अवर निरीक्षक अमित कुमार, सुनिल कुमार के अलावा सशस्त्र बल के जवान भी शामिल थे।
इधर बताया जाता है कि पकड़ में आने के बाद सनातन ने पुलिसिया पूछताछ में स्वीकार किया है कि उसे संगठन में लाने के काम लेढवा के लक्ष्मण राय ने किया था।यह भी बताया कि उसकी बहन भारती चलकरी में रहती है और यहीं पर उसकी मुलाकात लक्ष्मण से हुई थी। वह जिस दस्ते में चलता था उसमें 20-25 सदस्य रहते। इन 20-25 नक्सलियों में गांडेय के मरगोडीह का रणबीर, मिथलेश मंडल, मुरारी को वह पहचानता है।
यह भी बताया कि पुलिस ने जब विस्फोटक और हथियार बरामद किया तो उसकी भी खोज शुरू हो गई।उसे लगा कि वह पकड़ा जाएगा।ऐसे में वह हरियाणा चला गया। यहां के बाद वह वापस गिरिडीह आया और लौह फैक्ट्री में काम करने लगा। हालांकि वह पुलिस से छिप छिप कर रह रहा था।गिरिडीह एसपी दीपक कुमार शर्मा ने सनातन की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।