फर्द बयान में खुलासा:एमबीए करने के बाद दोस्तो के संगत में आकर मांगने लगा रंगदारी,पशु कारोबारी को नामकुम में हत्या करने की थी योजना….

–अमन साव गिरोह के मयंक सिंह ने फोन कर कहा था लालपुर में एक दो काम है, जिसमें अच्छा पैसा मिलेगा, फिर पशु कारोबारी से मांगी थी रंगदारी

राँची।पशु कारोबारी राणा राहुल सिंह से रंगदारी मांगने के मामले में गिरफ्तार आकाश सिंह ने जेल जाने से पूर्व कई चौकाने वाला खुलासा किया है। आकाश सिंह ने पुलिस को बताया है कि उसने एमबीए की डिग्री हासिल की है। इसके बाद वह अपने दोस्तो की वजह से इस रंगदारी के पेशे में आ गया। उसने कहा कि उसका गिरोह पशु कारोबारी राणा राहुल सिंह को नामकुम में मारने वाले थे। लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उसने बताया कि उसकी दोस्ती अमन साव गिरोह के गुर्गे मयंक सिंह उर्फ मोनू राय उर्फ आकाश राय और गिरफ्तार मुकेश सिंह उर्फ खली से 2015 में राँची में ही दोस्ती हुई थी। उनके कहने पर ही वह भी कारोबारियों से रंगदारी मांगने लगा। मयंक सिंह ने फोन कर आकाश को कहा था कि लालपुर में एक दो काम है। अगर वह हो जाए को अच्छा खासा पैसा मिल सकता है। इसके बाद आकाश और मुकेश ने मिलकर पहले पशु कारोबारी राणा राहुल सिंह के घर की रेकी की। फिर उसके गाड़ी का फोटो लेकर मयंक सिंह को भेजा। मयंक सिंह ही राणा राहुल सिंह को वर्चुअल कॉल पर रंगदारी के लिए कॉल करता था और धमकी देता था।

दो अन्य कारोबारियों को भी दी थी रंगदारी के लिए धमकी

जेल जाने से पूर्व आकाश सिंह ने पुलिस को बताया कि उन लोगो के ग्रुप ने दो और कारोबारियों को धमकी दी थी। इसमें लोअर बाजार थाना क्षेत्र के रहने वाले कारोबारी वापसी डिस्ट्रीब्यूटर को फोन कर अगस्त महीने में रंगदारी मांगी गई थी। वहीं लालपुर थाना क्षेत्र के भी रहने वाले वसीम अहमद को रंगदारी के लिए धमकी दी गई थी। वसीम अहमद पुराने वाहनों की खरीद बिक्री करते है। सभी को फोन कर यहीं धमकी दी जाती थी कि पैसे नहीं दिए तो जान से मार देंगे। यह भी धमकी देते थे कि तुम्हारे दुकान के सामने शूटर को छोड़ रखा है। आकाश ने बताया कि डालटनगंज के भी एक गाड़ी कोराबारी को धमकी देकर रंगदारी मांगी गई थी।

मयंक सिंह गिरोह में लड़की भी है शामिल, जो करती है रंगदारी वसूली का काम

आकाश सिंह ने चौकाने वाले खुलासे में बताया है कि उनके गिरोह में लड़कियां भी है, जो रंगदारी वसूली का काम करती है। इसमें हिंदपीढ़ी की रहने वाली पम्मी खान उर्फ नुरसबा परवीन शामिल है। पम्मी मयंक सिंह का पैसा वसूली कर इधर से उधर करती है। पम्मी ही बड़े बड़े कारोबारियों का मोबाइल नंबर भी उपलब्ध करवाती है।

रेस्टोरेंट का मालिक भी करता है प्लानिंग में सहयोग

पुलिस को पूछताछ में आकाश ने यह भी बताया है की मयंक सिंह के अपराध में सहयोग व योजना बनाने का काम रेस्टोरेंट व ढाबा का मालिक जिसका नाम अंबुज है वह भी सहयोग करता है। आकाश सिंह ने बताया कि वे लोग हमेशा मयंक सिंह से जांगी नाम के एक एप से बात करते है। उसने बात करने के दौरान उसकी तस्वीर भी ले रखी है। जिसे उसने पुलिस को उपलब्ध कराया है।