राँची: मनरेगा के नाम पर की जा रही थी फर्जी नियुक्ति,पकड़ा गया,अशोक नगर स्थित कार्यालय हुआ सील,सात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज
–अशोक नगर रोड नंबर एक में मनरेगा मजदूर विकास संगठन के नाम पर खोला गया था कार्यालय, 11575 रुपए की नौकरी की लालच देकर बेरोजगारों को फांसा जा रहा था
राँची।मनरेगा के नाम पर फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया है। अरगोड़ा के अंचलाधिकारी अरविंद कुमार ओझा ने शनिवार रात सात लोगो के विरुद्ध फर्जीवाड़ा करने की प्राथमिकी दर्ज कराई है। वहीं जांच के दौरान फर्जीवाड़ा पकड़े जाने के बाद अशोक नगर रोड नंबर एक स्थित कार्यालय को सील कर दिया गया है। जिनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है उनमें वैशाली बिहार निवासी सुगंध कुमार,अभय कुमार, असीत सिंह,अभिषेक कुमार, मुजफ्फरपुर निवासी संजू देवी, प्रिंस कुमार और राजेश कुमार के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार सीओ अरगोड़ा को सूचना मिली थी कि अशोक नगर स्थित एक कार्यालय से केंद्र सरकारी की योजना मनरेगा के नाम पर बेरोजगारों को रोजगार देने के नाम पर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। इसके बाद सीओ अरगोड़ा ने अरगोड़ा थाना पुलिस के साथ अशोक नगर रोड नंबर एक स्थित कार्यालय मनरेगा मजदूर विकास संगठन की जांच की। जांच में पता चला कि उक्त संस्था द्वारा बेरोजगारों को प्रखंड प्रभारी के रूप में नियुक्ति किए जाने का प्रलोभन दिया गया है और पैसे ठगे गए। जांच के बाद उक्त कार्यालय को सीओ अरगोड़ा ने सील कर दिया है। आगे की कार्रवाई पुलिस करेगी।
बेरोजगार नौजवानों को 11575 रुपए का मानदेय, मोबाइल खर्च व टीए देने का भी दिया गया प्रलोभन
मनरेगा मजदूर विकास संगठन द्वारा बेरोजगारों को 11575 रुपए का मानदेय, मोबाइल खर्च व टीए देने का भी प्रलोभन दिया गया था। इसके एवज में सभी से 6150 रुपए नियुक्ति पत्र देने, किट व आई कार्ड के नाम पर मांग की गई थी। जांच में इनके कार्यालय से 43 लोगो के आवेदन भी मिले। इन आवेदनों में से कुछ के मोबाइल नंबर जब सीओ अरगोड़ा ने फोन को पड़ताल की तो पता चला कि किसी को कोई नियुक्ति पत्र नहीं मिला है। नियुक्ति पत्र के लिए सभी आवेदकों से 6150 रुपए की मांग की जा रही थी। कई आवेदकों ने इन्हें भुगतान भी कर दिया था। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम मनरेगा के नाम पर नौजवानों से धोखाधड़ी की जा रही थी।
उप विकास आयुक्त, श्री विशाल सागर के नेतृत्व में टीम ने की कार्रवाई
राँची में मनरेगा में नौकरी के देने नाम पर बेरोजगार युवाओं से पैसे ठगने वाले संस्थान का भंडाफोड़ हुआ है। उप विकास आयुक्त रांची श्री विशाल सागर के नेतृत्व में पुलिस-प्रशासन की टीम ने अरगोड़ा रोड नंबर-1 चल रहे मनरेगा मजदूर विकास संगठन की जांच करने के बाद ये कार्रवाई की। इस दौरान एसडीओ राँची श्री दीपक कुमार दुबे, अंचल अधिकारी अरगोड़ा श्री अरविंद कुमार और अरगोड़ा थाना प्रभारी मौजूद थे।
1 महीने से चल रहा था ठगी का खेल
बेरोजगार युवाओं को मनरेगा में नौकरी देने के नाम पर पैसे ठगने का यह पूरा खेल पिछले 1 महीने से चल रहा था। संस्थान ने अशोक नगर, रोड नंबर-1 D/84 में अपना कार्यालय बनाया था, जहां संगठन में विभिन्न पदों पर कार्यरत 7 लोग बेरोजगार युवाओं से पैसे ठगने का कार्य कर रहे थे।
गिरिडीह के 2 युवाओं से ठगे गए पैसे
मनरेगा मजदूर विकास संगठन के कार्यालय के जांच के दौरान नौकरी के लिए प्राप्त आवेदनों में से दो आवेदकों से बातचीत की गई। ये दोनों आवेदक गिरिडीह के हैं। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि नौकरी और किट उपलब्ध कराने के नाम पर इन से हजारों रुपए वसूले गए लेकिन अब तक नौकरी नहीं मिली। कार्रवाई करते हुए संस्थान के दफ्तर को भी सील कर दिया गया है।
7 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी
इस पूरे मामले में जालसाजी और धोखाधड़ी करने के आरोप में 7 लोगों के खिलाफ अरगोड़ा थाने में अंचल अधिकारी अरगोड़ा श्री अरविंद कुमार ने प्राथमिकी दर्ज कराई है। ये सभी मनरेगा मजदूर विकास संगठन के सदस्य हैं, जिनके नाम निम्न हैं:-
- सुगंध कुमार
- अभय कुमार
- संजू देवी
- प्रिंस कुमार
- असीत सिंह
- अभिषेक कुमार
- राजेश कुमार
यह सभी बिहार के वैशाली और मुजफ्फरपुर के रहने वाले हैं।