Ranchi:एचईसी के आवंटन के बाद भी दबंग नहीं करने दे रहे है साप्ताहिक बाजार का मासूल वसूली, प्राथमिकी दर्ज पर कार्रवाई नहीं…..

 

–बड़हरवा टोल टेंडर विवाद की तरह कही ना बन जाए राँची में धुर्वा स्थित लगने वाले बाजार का टेंडर, क्योंकि वहां भी तत्कालीन डीएसपी थे पीके मिश्रा यहां भी हटिया में है उनकी ही पोस्टिंग

राँची।जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र स्थित सेक्टर टू में लगने वाले शालीमार बाजार और धुर्वा स्थित डेली मार्केट साप्ताहिक का टेंडर एचईसी से आवंटित होने के बाद भी दबंग मासूल वसूली नहीं करने दे रहे है। इस संबंध में ठेकेदार राघवेंद्र कुमार सिंह ने जगन्नाथपुर थाना में प्राथमिकी भी दर्ज कराई है। इसके बाद भी दबंग मासूल वसूलने नहीं दे रहे है। अब राँची में यह टेंडर विवाद कही साहिबगंज में हुए टोल प्लाजा टेंडर विवाद की तरह ना हो जाए ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही है। क्योंकि जब बड़हरवा में टोल प्लाजा टेंडर विवाद हुआ था उस समय भी तत्कालीन डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्रा थे। अब राँची में जब यह टेंडर विवाद चल रहा है तब भी डीएसपी हटिया प्रमोद कुमार मिश्रा है। इस संबंध में राघवेंद्र सिंह ने आईजी,डीआईजी एसएसपी और सिटी एसपी राँची को भी मिलकर लिखित जानकारी दी है। एसएसपी चंदन सिन्हा का इस मामले में का कहना है कि मामले को देखा जा रहा है।इस मामले में ठेकेदार ने सीआईडी में भी शिकायत दर्ज कराया है।सीआईडी डीजी से इस मामले में जांच कर कारवाई करने का अनुरोध किया है। बता दें बड़हरवा टोल प्लाजा विवाद मामले का अनुसंधान ईडी कर रहा है। उक्त मामले में ईडी प्रमोद मिश्रा से कई बार पूछताछ भी कर चुका है।

मासूल वसूल करने जाने वाले कर्मचारियों को दी जाती है धमकी

दर्ज शिकायत में यह भी बताया गया है कि जब जब साप्ताहिक बाजार में मासूल वसूली के लिए कर्मचारी जाते है तब उनको वहां दबंग उन्हें धमकी देते है। उन्हें बोला जाता है कि बाजार से भाग जाओ नहीं तो घर से उठवा लेंगे। कर्मचारियों के साथ अभद्र भाषा का भी प्रयोग किया जाता है। इस संबंध में उनकी ओर से लगातार एचईसी को भी जानकारी दी गई है। इसके बाद भी इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

एचईसी ने जारी किया है शॉकाज

महसूल वसूलने वाली कंपनी पर एचईसी ने शॉकाज जारी कर दिया है। टेंडर के अनुसार, पैसा जमा नहीं होने के कारण कंपनी को शॉकाज किया गया है। वहीं इस मामले पर कंपनी के मालिक ने कहा कि जब महसूल वसूली ही नहीं हो रही है तो वो पैसा कैसे जमा करें।उनपर तो दोनों तरफ से कर्ज का बोझ बढ़ रहा है। इस मामले को लेकर उन्होंने पुलिस और जिला प्रशासन को अवगत कराया है।

 

एचईसी फुटपाथ विक्रेता संघ के नाम से की जा रही वसूली

राघवेंद्र कुमार सिंह ने लिखा कि एचईसी फुटपाथ विक्रेता संघ के नाम से वसूली की जा रही है। स्थानीय प्रशासन भी उनलोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है, जिससे एचईसी द्वारा निर्धारित राशि को जमा करने में परेशानी हो रही है।साथ ही मेरे ऊपर कर्ज का बोझ बढ़ता जा रहा है।लिखा कि इसकी शिकायत मैंने 20 फरवरी को स्थानीय थाना में की है. इस केस में नामजद आरोपी वेद प्रकाश सिंह (फुटपाथ दुकानदार संघ के अध्यक्ष), आनंद मूर्ति, धीरज सिंह और अन्य पर दर्ज मामले पर भी स्थानीय थाना ने कोई कार्रवाई नहीं की है।लिखा कि मैं और मेरा दहशत में है।वहीं दूसरी ओर उनलोगों का मनोबल बढ़ रहा है, जो बाजार के लोगों को महसूल नहीं देने के लिए बहका रहे हैं।

सुरक्षा के दृष्टिकोण से बना एचईसी फुटपाथ विक्रेता संघ

इस मामले पर दूसरे पक्ष ने कहा कि एचईसी फुटपाथ विक्रेता संघ एचईसी श्रमिक संघ द्वारा संचालित है।इस संघ को एचईसी फुटपाथ दुकानदारों की सुरक्षा के दृष्टिकोण से बनाया गया है।इसमें सभी दुकानदार अपनी मर्जी से जुड़ रहे हैं। वर्तमान में 500 दुकानदार इसमें मेंबर हैं और सदस्यता शुल्क के रूप में 150 रुपये प्रतिमाह लिये जा रहे हैं, जो राशि उनके वेलफेयर के रूप में काम करेगी। वहीं महसूल वसूलने में बाधा उत्पन्न करने की बात पर उन्होंने कहा कि तय शुल्क से दस गुना वसूली के विरोध में दुकानदार ही महसूल नहीं दे रहे हैं।