#अच्छी पहल:सूबे के शिक्षा मंत्री लेंगे शिक्षा और राज्य के लोगों को भी देंगे शिक्षा,11वीं में दाखिला लिए,आगे की पढ़ाई करेंगे..
राँची।झारखण्ड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो हैं। लेकिन सिर्फ 10 वीं पास है। सूबे के शिक्षा मंत्री और खुद पढ़ाई 10 वीं तक किये जिससे विपक्षी साथ साथ राज्य के लोगों ने सवाल उठाया था।लेकिन अब मंत्री जी ने शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ-साथ अब पढ़ाई भी करेंगे और पढाई कर आलोचकों को करारा जबाब देंगे।उन्होंने 11वीं में दाखिला ले लिया है। बोकारो जिला के बेरमो प्रखंड अंतर्गत नावाडीह स्थित अपने ही देवी महतो महाविद्यालय में उन्होंने सोमवार (10 अगस्त, 2020) को एडमिशन करवाया।
एडमिशन करवाने के बाद श्री महतो ने कहा कि अब वह उच्च शिक्षा हासिल करेंगे।इसलिए आर्ट्स संकाय में एडमिशन करवाया है।कॉलेज के कार्यालय कक्ष में जाकर मंत्री श्री महतो ने नामांकन फॉर्म का शुल्क जमा किया। इसके बाद नामांकन फॉर्म को भरा और 1100 (एक हजार एक सौ रुपये मात्र) रुपये नामांकन शुल्क के साथ उसे जमा करवाया।
कॉलेज के प्राचार्य दिनेश प्रसाद वर्णवाल ने शिक्षा मंत्री का नामांकन लिया।नामांकन के बाद श्री महतो ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वह सारा काम देखते हुए सब कुछ करेंगे।कहा,क्लास भी करेंगे और मंत्रालय भी संभालेंगे।घर में किसानी का काम भी करेंगे।ताकि मेरे काम को देखकर अन्य लोग भी प्रेरित हों ।
जगरनाथ महतो ने कहा, ‘शिक्षा हासिल करने की कोई उम्र सीमा नहीं होती। अन्य नौकरियों में रहते हुए लोग आईएएस, आईपीएस की तैयारी करते हैं और सफल भी होते हैं।मंत्री बनने के बाद कुछ लोगों को दिल में बहुत जोर का लगा।कहा कि 10वीं पास को शिक्षा मंत्री बनाया गया है।शिक्षा मंत्री ने कहा कि उनके अंदर कुछ करने का जज्बा है. वह ऐसे लोगों को कुछ नहीं कहेंगे।विधिवत पढ़ाई करके इंटर की परीक्षा पास करेंगे, वही आलोचकों को उनका जवाब होगा।मंत्री ने कहा कि पूरे राज्य में 4,416 लीडर स्कूल खुलेंगे, जिसमें बेहतर से बेहतर सुविधाएं बच्चों को मिलेंगी।इसके फाइल पर उन्होंने आज ही साइन किया है।
मालूम हो कि शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने वर्ष 1995 में चंद्रपुरा प्रखंड के नेहरू उच्च विद्यालय तेलो से मैट्रिक की परीक्षा द्वितीय श्रेणी में पास की थी।मालूम हो कि देवी महतो महाविद्यालय की स्थापना मंत्री के सहयोग से ही हुआ है। अपने द्वारा स्थापित महाविद्यालय में अब स्वयं शिक्षा ग्रहण करेंगे।शिक्षा मंत्री ने एडमिशन के लिए रवाना होने से पहले कहा कि जिस दिन वह झारखण्ड के शिक्षा मंत्री बने थे उसी दिन सोच लिया था कि अब आगे की पढ़ाई करेंगे. उनके मंत्री बनने के बाद लोगों ने कहा था कि दसवीं पास विधायक को शिक्षा मंत्री बनाया गया है. इसलिए हमने तय किया कि हम पढ़ेंगे।उच्च शिक्षा हासिल करेंगे और राज्य के विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा सुविधा देंगे।