ईडी की छापेमारी:ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर के पीएस संजीव लाल और नौकर जहांगीर गिरफ्तार,35.23 करोड़ कैश मिले….

–ईडी ने राँची में की मंत्री पीएस संजीव लाल,बिल्डर सहित उनके करीबियों के नौ ठिकानों पर छापेमारी,अकतक कुल 34 करोड़ नगद के साथ जेवरात, जमीन के कागजात व ट्रांसफर पोस्टिंग से संबंधित कई कागजात मिले
–छह मई 2022 को भी ईडी ने राँची में आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल के सीए के घर की थी छापेमारी,मिले थे 19.31 करोड़, दो साल बाद फिर उसी दिन हुई छापेमारी में मिली अबतक की सबसे बड़ी रकम
–राँची पहुंचे ईडी के एडिशनल ज्वाइंट डायरेक्टर कपिल राज
–बढ़ सकती है मंत्री आलमगीर आलम की परेशानी
–संजीव लाल,जहांगीर हुआ गिरफ्तार

राँची।प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने झारखण्ड में बड़ी मात्रा में कैश बरामद करने के मामले में बड़ा एक्शन लेते हुए मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल और उनके नौकर जहांगीर आलम को गिरफ्तार कर लिया है।सूत्रों ने बताया कि दोनों को रात भर की पूछताछ के बाद धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत हिरासत में लिया गया और फिर गिरफ्तार कर लिया गया।

संजीब लाल

जहांगीर

सोमवार को ED ने जब राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल और उनके घरेलू नौकर जहांगीर आलम के घर पर छापा मारा तो यहां नोटों का भंडार मिला था। इतनी बड़ी मात्रा में कैश मिलने के बाद नोट गिनने के लिए बैंक कर्मचारियों को नोट गिनने वाली मशीनों के साथ बुलाया गया।इस मामले में आधा दर्जन से ज्यादा जगहों पर छापेमारी हुई।कुल 35.23 करोड़ रुपये का कैश बरामद किया गया है।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल,उनके घरेलू नौकर जहांगीर आलम, बिल्डर मुन्ना सिंह व उनके करीबियों के 9 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। छापेमारी में ईडी की टीम को संजीव लाल के घरेलू नौकर जहांगीर आलम के हरमू रोड स्थित सईद रेसिडेंसी के पहले तल्ले पर स्थित ब्लॉक बी में फ्लैट नंबर 1ए की तलाशी ली गई तो चौकाने वाले नजारे देखने को मिले। फ्लैट के दो कमरों में रखे अलमीरा और एक दीवान में झोले में भर भर कर 500-500 रुपए के नोट के बंडल रखे हुए थे। ईडी की टीम ने जब नोटों को इक्ट्ठा करना शुरू किया तो एक कमरे में नोटों का पहाड़ बन गया। उसकी काउंटिंग शुरू की गई।ईडी उक्त फ्लैट से मिले नोटों में से अबतक 31.20 करोड़ रुपए मिले। वहीं ईडी ने पीपी कंपाउंड स्थित बिल्डर मुन्ना सिंह के आवास से भी करीब 2.93 करोड़ रुपए जब्त किए है। अबतक ईडी ने कुल 35.23 करोड़ रुपए की गिनती पूरी कर ली है। ईडी की छापेमारी जारी है।

ईडी ने सोमवार अहले सुबह इन ठिकानों पर सुबह 6.30 बजे छापेमारी शुरू की थी। ईडी ने यह कार्रवाई ग्रामीण कार्य विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम से जुड़े मामले में की है। वीरेंद्र राम को टेंडर घोटाले में गत वर्ष ईडी ने 23 फरवरी 2023 को गिरफ्तार किया था। उसके बाद से ही वह जेल में बंद हैं। ईडी ने वीरेंद्र राम के विरुद्ध छानबीन में यह खुलासा किया था कि उन्होंने टेंडर कमीशन के माध्यम से करीब सवा सौ करोड़ की संपत्ति अर्जित की है। ईडी ने उसके बाद एक-एक वीरेंद्र राम के पांच अन्य सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया था और उसकी संपत्ति को भी जब्त किया था। उसी मामले में ईडी ने यह छापेमारी की है। मंत्री आलमगीर आलम ग्रामीण विकास विभाग के ही विभागीय मंत्री हैं। ईडी ने छह मई 2022 को भी राँची में आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल, उनके सीए व करीबियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। ईडी को उनके सीए के घर से 19.31 करोड़ रुपए मिले थे। फिर ईडी ने ठीक दो साल बाद उसी दिन 6 मई को छापेमारी की तो उससे दोगुना राशि मिलने की उम्मीद की जा रही है। ईडी की छापेमारी के बाद सोमवार को दिल्ली से एडिशनल ज्वाइंट डायरेक्टर कपिल राज भी राँची पहुंच गए है। इसी मामले में अनुसंधान जारी है। बताया जा रहा है मंत्री आलम गीर आलम की परेशानी बढ़ सकती है। उन्हें भी ईडी जल्द पूछताछ के लिए बुला सकता है।

ईडी की टीम को देख नौकर जहांगीर खुद अलमीरा को खोल दिखाने लगा नोट

ईडी की टीम जब हरमू रोड स्थित उक्त फ्लैट पर पहुंची और तलाशी लेना शुरू की, तो संजीव लाल के नौकर जहांगीर आलम ने खुद सभी अलमीरा को खोल बताने लगा कि कहा कहां पैसे रखे हुए है। फ्लैट के दो कमरों में दो अलमीरा और एक दीवान था। जिसमें कई झोला, प्लास्टिक, बैग और कागज में लपेट कर 500-500 के नोटों के बंडल रखे हुए थे। ईडी ने नोटों की गिनती के लिए पीएनबी से पहले तीन काउंटिंग मशीन मंगवाया। तीनों मशीन से काउंटिंग करीब 3 बजे भोर तक चलती रही। इसके बाद दो और मशीन को मंगाया गया। नोटों की संख्या इतनी ज्यादा थी की बैंक कर्मियों को भी काउंटिंग में लगाया गया।

ईडी की टीम को देख बेहोश होने लगे पीएस संजीव लाल

ईडी की टीम मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव कुमार लाल के आवास पर भी पहुंची थी। जब उन्हें पता चला कि उनके नौकर जहांगीर के आवास से रुपयों की बरामदगी हो गई है तब वे ईडी की टीम को देख बार-बार बेहोश होते रहे। उनके सरकारी आवास पर ही उनका नौकर जहांगीर आलम रहता था। सर सैयद रेसिडेंसी का फ्लैट की भी जहांगीर आलम ही देखभाल करता था।

तीन महीने पहले ही उक्त फ्लैट को जहांगीर के नाम पर लिया गया था

ईडी को छापेमारी में जानकारी मिली की हरमू रोड स्थित उक्त फ्लैट को जहांगीर आलम के ही नाम पर महज तीन महीने पहले लिया गया था, लेकिन वह वहां रहता नहीं था। सिर्फ पैसों को वहां पहुंचा कर अलमीरा में रख निकल जाता था। ईडी ने जब संजीव कुमार लाल के सरकारी आवास पर छापेमारी की तो जहांगीर वहीं मिला। छानबीन में उसने अपने फ्लैट की जानकारी दी, जहां की चाबी के साथ ईडी उसे लेकर उसके फ्लैट पर पहुंची। जब ईडी ने फ्लैट खोला तो वहां रुपयों को देखकर चौक गई। वहां करीब 35 करोड़ रुपये से अधिक रुपये होने के अनुमान हैं, जिसकी गिनती जारी है।

स्कूटी से झोला में पैसे लेकर आता था जहांगीर फ्लैट में

जहांगीर के पड़ोसियों ने बताया कि उसे वे लोग ठीक से जानते भी नहीं है। क्योंकि वह मात्र तीन माह पहले ही वहां आया था। वह एक स्कूटी से आता था। उसके स्कूटी में झोला या बैग रहता था। किसी को उसपर शक तक नहीं होता था कि उक्त झोला या बैग में क्या है। इसलिए कभी भी पड़ोसियों को शक तक नहीं हुआ का जहांगीर उक्त फ्लैट में क्या लेकर आता है। संजीव लाल उक्त फ्लैट में कभी कभार ही जाते थे। इसलिए पड़ोसियों ने किसी अन्य को वहां आते जाते देखा ही नहीं। पूरे पैसे की देखरेख अकेले जहांगीर ही कर रहा था।

जहांगीर और संजीव लाल हुआ गिरफ्तार

ईडी की छापेमारी जारी है। इस मामले में ईडी संजीव लाल और उनके नौकर जहांगीर को गिरफ्तार कर सकता है। क्योंकि इतनी बड़ी रकम छापेमारी में मिली है। ईडी को छापेमारी में जहांगीर ने यह बता दिया है कि उक्त पैसे संजीव लाल के है।अब संजीव लाल ने इतनी बड़ी रकम कहां से लाया और उन्हें किसने दिया इस संबंध में ईडी आगे अनुसंधान करेगा।