भाकपा माओवादी के पोलित ब्यूरो सदस्य प्रमोद मिश्र समेत दो नक्सली गिरफ्तार
राँची/गया।भाकपा माओवादी के पोलित ब्यूरो सदस्य प्रमोद मिश्र समेत दो नक्सली गिरफ्तार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।दोनों नक्सलियों को बिहार के गया जिले की पुलिस ने गिरफ्तार किया है।गिरफ्तार नक्सलियों से पुलिस पूछताछ कर रही है, हालांकि गिरफ्तारी की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई है।गौरतलब है कि प्रमोद मिश्रा माओवादी संगठन के लिए एक बड़ा नाम है।वर्षों तक वे जेल में रहे।जेल से छूटने के बाद अचानक गायब हो गये थे।
एनआईए ने प्रमोद मिश्र और अनिल यादव के ठिकाने पर की थी छापेमारी
एनआइए ने बीते तीन मई 2023 को औरंगाबाद में नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के सदस्य रहे कुख्यात नक्सली नेता प्रमोद कुमार मिश्रा के आवास और रिश्तेदारों के घर पर छापेमारी की थी इसके अलावा एनआईए ने बांकेबाजार के असुराइन गांव में नक्सली अनिल यादव के घर पर छापेमारी की थी। औरंगाबाद में एनआइए की टीम ने प्रमोद मिश्रा के कासमा स्थित आवास पर पहुंच कर जांच की और परिजनों से पूछताछ की। प्रमोद मिश्रा के घर लगभग दो घंटे तक और उनके रफीगंज में रह रहे रिश्तेदारों के घर लगभग चार घंटे तक एनआइए की टीम ने जांच की थी।
मिसिर बेसरा को प्रमोद मिश्र ने बनाया था भाकपा माओवादी के ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो का सुप्रीम कमांडर
प्रमोद मिश्र ने इस साल फरवरी महीने में एक करोड़ के इनामी नक्सली मिसिर बेसरा को भाकपा माओवादी संगठन ने ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो (ईआरबी) का सुप्रीम कमांडर बनाया था। इसके अंतर्गत झारखण्ड, बिहार, बंगाल, यूपी और पूर्वी भारत के राज्य आते हैं।इसका मुख्यालय सारंडा में स्थित है।सारंडा में सेंट्रल कमेटी के सदस्यों की बैठक हुई थी।इसी बैठक में मिसिर बेसरा को ईआरबी का सुप्रीम कमांडर चुना गया।बैठक के बाद टॉप माओवादी प्रमोद मिश्रा सारंडा के इलाके से निकलकर बाहर चला गया था।पहले चर्चा थी कि प्रमोद मिश्रा को माओवादियों ने ईआरबी का सुप्रीम कमांडर बनाया है। इसके पहले एक करोड़ का इनामी नक्सली प्रशांत बोस ईआरबी का सुप्रीम कमांडर था।
साल 2009 में धनबाद से गिरफ्तार हुए थे प्रमोद मिश्र
झारखण्ड व बिहार के मोस्टवांटेड भाकपा माओवादी के शीर्ष नेता प्रमोद मिश्र को झारखण्ड पुलिस की एसटीएफ ने धनबाद के विनोद नगर में बीते 14 मार्च 2009 की रात को गिरफ्तार किया था. पोलित ब्यूरो के सदस्य प्रमोद मिश्र उर्फ प्रमोद पंडित उर्फ बन बिहारी उर्फ बीबीजी बिनोद नगर में अपने रिश्तेदार के यहां पनाह लिये हुए थे।राज्य मुख्यालय से एसटीएफ की विशेष टीम आयी और प्रमोद को गिरफ्तार कर ले गयी लेकिन धनबाद पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी।कभी बिहार में अपनी सक्रियता से पुलिस को नाकोदम करने वाले प्रमोद अभी झारखण्ड में संगठनात्मक कार्य देख रहे थे। औरंगाबाद जिले के रफीगंज थाना अंतगर्त कसमा गांव निवासी प्रमोद पहले गया एरिया के जोनल कमांडर थे।