बीएसएफ कैंप से कारतूस की चोरी हुई थी,उग्रवादियों-अपराधियों तक किया सप्लाई,ये खुलासा एनआईए जांच में हुई

राँची।बीएसएफ कैंप से होती कारतूस की चोरी और झारखण्ड में सक्रिय उग्रवादियों-अपराधियों तक इसकी सप्लाई होती है। झारखण्ड में बहुचर्चित हथियार-कारतूस की सप्लाई मामले की जांच एनआईए कर रही है।इस मामले में एनआईए ने 11 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। एनआइए ने आरोप पत्र में बताया है कि पंजाब के फिरोजपुर स्थित सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के 116 बटालियन में कोत प्रभारी के पद पर पदस्थापित गिरफ्तार हवलदार कार्तिक बेहरा ने ही बीएसएफ कैंप से कारतूस चुराकर अपने सहयोगी के माध्यम से उग्रवादियों-अपराधियों तक कारतूस की सप्लाई की थी।

अमन साहू गिरोह व कुछ अन्य अपराधियों को सप्लाई की थी:

एनआइए ने चार्जशीट में बताया है कि कार्तिक बेहरा ने कारतूस चुराकर अपने सहयोगी अरुण कुमार सिंह को सप्लाई की थी।अरुण कुमार सिंह ने बीएसएफ के उसी 116 बटालियन से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी. अरुण सिंह ने नक्सल क्षेत्रों में काम करवा रहे कुछ ठेकेदारों के माध्यम से कारतूस को भाकपा माओवादियों के अलावा अपराधी अमन साहू गिरोह व कुछ अन्य अपराधियों को सप्लाई की थी।

इन लोगों के खिलाफ हुआ आरोप पत्र दाखिल

एनआईए ने जिन लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है उसमें बिहार गया निवासी अविनाश कुमार, पटना के ऋषि कुमार, बर्दवान के कामेंद्र सिंह, सारण के अरुण कुमार सिंह, मध्यप्रदेश के बुरहानपुर के हिरला गुमान सिंह उच्चवारे, शिवलाल धावल सिंह चौहान और कुमार गुरलाल उच्चवारे, झारखण्ड के सरायकेला खारसंवा के कार्तिक बेहरा, तथा राँची के अमन साहू और संजय कुमार को भादंसं , हथियार कानून और यूए (पी) कानून की संबंधित धाराओं में आरोपित किया गया है।

झारखण्ड एटीएस ने गिरोह का किया था खुलासा:

झारखण्ड में नक्सलियों और अपराधियों को हथियार और गोली की आपूर्ति करने वाले सीआरपीएफ जवान सहित तीन लोगों को एटीएस बीते 16 नवंबर को गिरफ्तार किया था।गिरफ्तार लोगों में सीआरपीएफ जवान अविनाश कुमार उर्फ चुन्नू शर्मा, ऋषि कुमार और पंकज कुमार सिंह शामिल थे। इनकी निशानदेही पर 5.56 एमएम की 450 राउंड गोली जब्त की गयी थी. जिसके बाद 18 नवंबर को इस गिरोह के कामेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तार हुए इन लोगों की निशानदेही पर एटीएस की टीम ने बीते 25 नवंबर को बिहार झारखंड समेत कई राज्यों में छापेमारी करते हुए बीएसएफ के कांस्टेबल कार्तिक बेहरा, बीएसएफ के रिटायर हवलदार अरुण कुमार सिंह, कुमार गुरलाल, शिवलाल धवल और हिरला गुमान को गिरफ्तार किया था. इन अपराधियों के पास से पुलिस ने 14 पिस्टल, 21 मैगजीन, 9,213 राउंड गोली, खाली खोखा, डेटोनेटर, बाइक और मोबाइल बरामद किया गया था. इस मामले में एनआईए ने सीआरपीएफ के जवान अविनाश कुमार, ऋषि कुमार, पंकज सिंह, संजय सिंह, मुहाजिद खान, अमन साहू और अरुण कुमार सिंह को आरोपी बनाया है।

error: Content is protected !!