बीएसएफ स्थापना दिवस:हजारीबाग में गृहमंत्री अमित शाह ने पाकिस्तान बॉर्डर पर शहीद हुए किशन दुबे की माँ को किया सम्मानित…

हज़ारीबाग।जम्मू-कश्मीर में अपने कर्तव्य निर्वाह करते हुए प्राणों का बलिदान देनेवाले बीएसएफ के जवान किशन दुबे को शुक्रवार को गृहमंत्री अमित शाह ने हजारीबाग में पुलिस मेडल फॉर मेडल-पीएमजी मरणोपरांत प्रदान किया। हजारीबाग जिला के मेरु कैंप बीएसएफ के ट्रेनिंग सेंटर एंड स्कूल में शहीद किशन दुबे की मां ने वीरता सम्मान प्राप्त किया।

 

बता दें कि हजारीबाग में बीएसएफ का 59वां स्थापना दिवस समारोह मनाया जा रहा है।इसे लेकर अमित शाह झारखण्ड के हजारीबाग जिले में हैं।इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि बीएसएफ के लाखों सीमा प्रहरियों ने अपने जीवन का स्वर्णकाल -40 डिग्री सेल्सियस से लेकर 45 डिग्री सेल्सियस के रेगिस्तान में,कहीं खतरनाक नाला की दलदलों में तो कहीं सुंदरनगर के जल में बिताया है। परिवार से दूर रह कर दुर्गम सीमाओं की सुरक्षा जिस तरह से बीएसएफ ने सुनिश्चित की है।पूरा देश बीएसएफ के जवानों को सलाम करता है और आप पर नाज करता है।

मालूम हो कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वतंत्रता दिवस 2023 की पूर्व संध्या पर कीताडीह निवासी शहीद किशन दुबे के मेडल की घोषणा की थी।जम्मू- कश्मीर के कुपवाड़ा जिला के नवगांव सेक्टर में एफडीएल पोस्ट पर तैनात किशन दुबे को शाम के वक्त पाकिस्तान के पीओके-2 से एसएसजी कमांडों ने स्नाइपर शॉट से हमला कर दिया था।इस दौरान किशन दुबे शहीद हो गये थे।

शहीद किशन दुबे का पार्थिव शरीर तीन दिन बाद दिल्ली से राँची हवाई मार्ग,फिर सड़क मार्ग से जमशेदपुर लाया गया था। कीताडीह दुर्गा पूजा मैदान में पार्थिव शरीर को सलामी देने के बाद बिष्टुपुर स्थित पार्वती घाट में सैन्य सम्मान के साथ शहीद किशन दुबे की अंत्येष्टि की गया था।अंतिम यात्रा में जमशेदपुर के हजारों लोगों ने शामिल होकर अपने शहीद लाल को विदा किया था।सम्मान समारोह में सबसे पहला नाम शहीद किशन दुबे की माता जगमाया देवी का था।