भाजपा का सचिवालय घेराव : आंदोलन के तेवर में लौटी भाजपा,शुरू हुआ चुनावी रिहर्सल,सांसद-विधायकों ने भी लंबे अंतराल के बाद संगठन के कार्यक्रम को हाथो-हाथ लिया, भीड़ जुटाने में सबकी भूमिका रही…
राँची।भारतीय जनता पार्टी का सचिवालय घेराव कार्यक्रम जोरदार रहा। सचिवालय घेराव में उम्मीद से ज्यादा भीड़ उमड़ी। राज्य के हर जिले से कार्यकर्ता और नेता पहुंचे थे। भाजपा ने मंगलवार को हुए प्रदर्शन में पार्टी ने ताकत दिखायी।लंबे अंतराल के बाद पार्टी तेवर में लौटी है।हेमंत सोरेन सरकार के कार्यकाल में भाजपा का यह सबसे बड़ा प्रदर्शन था।पार्टी नेताओं में एकजुटता दिखी प्रदेश के बड़े-छोटे सभी नेता शामिल हुए।सब में एक जैसा उत्साह था।यह प्रदर्शन भाजपा की गोलबंदी का बड़ा संदेश देकर गयी है। पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और पूर्व मुख्यमंत्री सह केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने एक साथ हेमन्त सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला।एक मंच पर सारे दिखे।जिससे लगा भाजपा ने सही वक्त पर अपना प्रदर्शन किया।2024 के लोकसभा चुनाव से पहले इस तरह का जोरदार प्रदर्शन कर विपक्षियों को साफ सन्देश दे दिया है।
झारखण्ड के सभी सांसदों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करायी सांसद-विधायकों ने भी लंबे अंतराल के बाद संगठन के कार्यक्रम को हाथो-हाथ लिया। भीड़ जुटाने में सबकी भूमिका रही।इस प्रदर्शन में छोटानागपुर, कोल्हान, संताल परगना और पलामू समेत सारे प्रमंडलों की भागीदारी रही। प्रदेश से जिला स्तर तक नेताओं में समन्वय का परिणाम था कि जगन्नाथपुर मैदान में भाजपा ने ताकत दिखायी। लंबे अंतराल के बाद भाजपा कार्यकर्ता रिचार्ज हुए हैं।सचिवालय घेराव के कार्यक्रम के बाद पार्टी इस आंदोलन की फसल काटने में जुटेगी। हालांकि प्रदर्शन समाप्त होने के बाद प्रदेश नेतृत्व ने आंदोलन की घोषणा कर दी है।
वहीं प्रखंड से जिला स्तर तक राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन की रणनीति बना ली है। इधर, आनेवाला वर्ष चुनावी वर्ष है।ऐसे में इस गोलबंदी के साथ पार्टी ने चुनावी रिहर्सल की शुरू कर दी है। नेताओं ने भी सचिवालय घेराव में 2024 के चुनाव का ही संदेश दिया है। कार्यकर्ताओं को चुनावी टास्क दिया है।पार्टी नेता बाबूलाल, रघुवर दास, अर्जुन मुंडा, निशिकांत दुबे, अन्नपूर्णा देवी, दीपक प्रकाश से लेकर बाकी नेताओं ने कार्यकर्ताओं से कहा कि आप तैयार हो जायें, झारखण्ड में सत्ता बदलना है।
इधर भाजपा के नये प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने इस सचिवालय घेराव कार्यक्रम की अपने स्तर पर मॉनिटरिंग की थी। प्रदेश के नेताओं से लेकर जिला के नेताओं से संपर्क में रहे। नेताओं-कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने का काम किया।पिछले कई दिनों से वह लगातार बैठक कर तैयारी की समीक्षा करते रहे। प्रभारी प्रदेश के नेताओं में जुझारू तेवर भर रहे हैं।छोटे से छोटे और बड़े से बड़े कार्यकर्ताओं से सम्पर्क बनाया जा रहा है।बूथ स्तर से लेकर जिला स्तरीय कमिटी की फिर से जगाने का काम शुरू हो गया।कार्यकर्ताओं और नेताओं को साफ तौर पर कहा जा रहा है।एक जुट होकर काम करें सफलता जरूर मिलेगी।