BigBreaking: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज रात 8 बजे देश को करेंगे सम्बोधित
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार रात 8 बजे देश को संबोधित करेंगे। वे लॉकडाउन के चौथे फेज पर बातचीत कर सकते हैं। इससे पहले सोमवार को उन्होंने देश के मुख्यमंत्रियों से करीब 6 घंटे बातचीत की थी। इस बातचीत के दौरान महाराष्ट्र पंजाब राजस्थान के साथ साथ कुछ अन्य मुख्यमंत्रीयों ने लॉक डाउन बढ़ाने की मांग की थी। आगे की रणनीति को लेकर पूरे देश की निगाहें अब प्रधानमंत्री के आज होने वाले सम्बोधन पर टिकी हुई है।
अधिक छूट के साथ लॉकडाउन-4 का ऐलान?
कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज फिर एक बार देश को संबोधित करेंगे. पीएम मोदी रात 8 बजे देश से मुखातिब होंगे और सरकार की ओर से कोरोना को रोकने के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में बताएंगे. इस दौरान लॉकडाउन पर भी अहम ऐलान किया जा सकता है. सूत्रों से खबर है कि पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से आज लॉकडाउन के चौथे चरण का ऐलान किया जा सकता है. इस चरण लोगों में ज्यादा छूट जाएगी. साथ ही पीएम मोदी, देश के सामने सिलसिलेवार लॉकडाउन एग्जिट प्लान का ऐलान कर सकते हैं. इसके अलावा लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग बनाने की अपील भी की जाएगी.
कल हुई थी मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक
वैसे लॉकडाउन के तीसरे चरण की मियाद 17 को पूरी हो रही है. कोरोना और लॉकडाउन को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देश के सभी मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की थी. इस दौरान कई मुख्यमंत्रियों ने लॉकडाउन आगे बढ़ाने की वकालत की थी.
सभी मुख्यमंत्रियों ने दिए थे सुझाव
इस बैठक की खास बात ये थी कि इसमें सभी मुख्यमंत्रियों को बोलने के लिए वक्त दिया गया था. सभी मुख्यमंत्रियों का बोलने का क्रम निर्धारित कर दिया गया. बैठक दो हिस्सों में आयोजित की गई. पहला दौर दोपहर तीन बजे से शुरू हुआ. सबसे पहले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने अपनी बात रखी.
पीएम मोदी ने की थी राज्यों की सराहना
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य की भूमिका की सराहना की था. उन्होंने कहा था कि हम लॉकडाउन कैसे लागू कर रहे हैं? इसमें सबकी भूमिका अहम है. हम प्रयास कर रहे हैं कि जो जहां है, वहीं रहे, लेकिन मनुष्य का मन है और हमें कुछ निर्णय बदलने भी पड़े हैं. राज्यों ने अपनी जिम्मेदारी निभाई है. पीएम मोदी ने कहा कि दो गज की दूरी ढीली हुई तो संकट बढ़ेगा.
कोरोना पर अब तक मोदी के 4 संदेश
पहला: प्रधानमंत्री ने 19 मार्च को देश को संबोधित किया था और जनता कर्फ्यू लगाने की बात कही थी। 22 मार्च को देशभर में सबकुछ बंद रहा। शाम को लोगों ने घरों के अंदर से ही कोरोना फाइटर्स का ताली और थाली बजाकर आभार जताया था।
दूसरा: मोदी ने 24 मार्च को संबोधित किया और कोरोना संक्रमण रोकने के लिए 25 मार्च से 14 अप्रैल तक देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि कोरोना की चेन तोड़ने के लिए लोग घरों में रहने की लक्ष्मण रेखा का पालन करें।
तीसरा: प्रधानमंत्री मोदी ने 3 अप्रैल को एक वीडियो संदेश जारी किया। इस दौरान लोगों से 5 अप्रैल की रात 9 बजे 9 मिनट के लिए घरों की लाइट बंद कर घरों में दीये, मोमबत्ती और मोबाइल की लाइट जलाकर एकजुटता दिखाने की अपील की थी।
चौथा: प्रधानमंत्री मोदी 14 अप्रैल को एक बार फिर राष्ट्र को संबोधित किया था। प्रधानमंत्री ने कहा था कि जान है तो जहान है। जब मैंने राष्ट्र के नाम संदेश दिया था, तो शुरुआत में इस पर जोर दिया था कि हर नागरिक की जान बचाने के लिए लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन बहुत जरूरी है। देश के ज्यादातर लोगों ने बात को समझा और घरों में रहकर दायित्व निभाया।