बड़ी खबर: फिर फूटा सरयू राय का ट्विटर बम, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को क्या कहा
राँची। झारखण्ड के पूर्व मंत्री एवं जमशेदपुर पूर्वी से विधायक सरयू राय ने स्वास्थ्य विभाग को लेकर मुखर हैं। सरायकेला के 111 सेव लाइफ अस्पताल के संचालक डॉ ओपी आनंद के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई को लेकर उन्होंने कई सवाल उठाये हैं।सीएम हेमंत सोरेन को पत्र भी लिखा है।अब अपने एक नए ट्वीट में सरयू राय ने कोल्हान में पदस्थापित एक प्रभारी सिविल सर्जन के 2005 में बिहार के झंझारपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का मुद्दा उठाया है।
2005 में जिस पार्टी से बन्ना गुप्ता प्रत्याशी थे।उसी के टिकट पर प्रभारी सिविल सर्जन ने लड़ा चुनाव।
अपने ट्वीट में राय ने लिखा है कि क्या मुख्यमंत्री एवं झारखण्ड सरकार को पता है।कोल्हान में एक प्रभारी सिविल सर्जन हैं जो 2005 में बिहार के झंझारपुर विधान सभा क्षेत्र से उसी पार्टी से चुनाव लड़े थे, जिस पार्टी से उसी वर्ष स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता जमशेदपुर पश्चिम से चुनाव लड़े थे।उन्होंने अपने ट्वीट में झारखण्ड कांग्रेस पार्टी को भी टैग किया है।
गौरतलब है कि स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता 2005 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर जमशेदपुर पश्चिम सीट से विधानसभा चुनाव लड़े थे। इस चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी सरयू राय ने उन्हें हराकर पहली बार झारखण्ड से विधायक बने थे। राय इसके पूर्व 1998 से 2004 तक बिहार विधान परिषद के सदस्य थे।
क्या पूर्वी सिंहभूम के प्रभारी सिविल सर्जन डॉ एके लाल की तरफ है इशारा?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सरयू राय का इशारा पूर्वी सिंहभूम के प्रभारी सिविल सर्जन डॉक्टर एके लाल की तरफ है। इस संबंध में एक मीडिया की ओर से डॉक्टर लाल से उनका पक्ष लेने के लिए उनके मोबाइल पर संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
आधे जिलों के सिविल सर्जन को प्रभार देने में वरीयता की हुई अवहेलना
एक अन्य ट्वीट में सरयू राय ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और झारखण्ड कांग्रेस को टैग करते हुए लिखा है कि राज्य में आधे ज़िलों के सिविल सर्जन प्रभार में हैं।प्रभार में वरीयता की अवहेलना हुई है. जिन पर आरोप हैं, जो स्वास्थ्य विभाग से बाहर प्रतिनियुक्त हैं. वे विभाग में वापस आये बिना प्रभारी सिविल सर्जन बन गये हैं।झारखण्ड कांग्रेस से नियमित प्रोन्नति दिलवाये।