ठेकेदार अपहरण कांड:ठेकेदार काे बरियातू राेड से अपहरण कर ले गया बांका,2 कराेड़ की मांगी फिराैती,3 दिनाें तक पुलिस नहीं पहुंची ताे काटा हाथ, दबाब बढ़ा ताे छाेड़ा
–अपहरण कांड का सरगना पवन है पीड़ित ठेकेदार का पुराना ड्राइवर,फिलहाल जेल में है बंद
–ड्राइवर का दाेस्त राेहित व मीथिलेश 5 दाेस्ताें के साथ मिलकर दिया घटना का अंजाम, 2 कराेड़ मांग रहा था फिराैती
–फिरौती नहीं मिलने पर हाथ पैर काट कर गंगा में फेंकने की थी तैयारी,अपहर्ताओं ने मंगा लिया था नाव
राँची।राजधानी राँची से बरियातू थाना क्षेत्र स्थित मालाबार के पास से 15 दिसंबर की देर शाम ठेकेदार राहुल कुमार वर्मा का अपहरण कर 2 कराेड़ की फिराैती मांगी। पैसा नहीं मिला ताे अपहर्ता गुस्सा हाे गया और पीड़ित ठेकेदार के साथ मारपीट करना शुरू कर दिया। 3 दिनाें तक अपहर्ताओ के पास जब पुलिस नहीं पहुंची ताे डराकर पैसा मंगाने के लिए अपहर्ता का बायां हाथ चाकू से जहां-तहां काट दिया। इसके बाद बांका स्थित ग्रामीण इलाके से गंगा किनारे ले गया और एक नाव मंगाया। हालांकि तबतक शाम ढल चुकी थी। अगले दिन अहले सुबह नाव में बैठाकर गंगा नदी के बीच में ले जाकर हाथ-पैर काटकर अलग-अलग करते हुए फेंक दिने की याेजना थी लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने एक अपहर्ता के परिजनाें काे पकड़ लिया। इस बात की जानकारी जैसे ही अपहर्ताओ काे मिली, सभी बांका में ठेकेदार काे छाेड़कर फरार हाे गए। इसके बाद पीड़ित ठेकेदार बांका थाना पहुंचा और घटना की जानकारी पुलिस काे दी। बांका पुलिस तुरंत राँची पुलिस से संपर्क कर ठेकेदार के बरामद हाेने की जानकारी दी। जिसके बाद राँची पुलिस की एक टीम वहां पहुंची और पीड़ित काे लेकर राँची आई। मालूम हाे कि 15 दिसंबर काे डाॅक्टर से दिखाकर मेसरा गाैतम सिटी स्थित घर जा रहे ठेकेदार काे कार सवार अपराधियाें ने मालाबार के पास से अपहरण कर लिया था। इसके बाद पीड़ित ठेकेदार की पत्नी मंचन देवी बरियातू थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। प्राथमिकी दर्ज हाेने के बाद पुलिस लगातार ठेकेदार काे बरामद करने का प्रयास कर रही थी लेकिन सफलता नहीं मिल पा रहा था।वहीं इस अपहरण कांड का मुख्य सरगना पवन बताया जा रहा है।जो कि जेल में बंद है।
बांका से 7 अपहर्ता पहुंचा था राँची, हथियार के बल पर किया था अपहरण
15 दिसंबर की देर शाम लगभग 8 बजे कार बीआर51पी 1830 में सवार हाेकर 7 अपहर्ता बरियातू राेड स्थित मालाबार के समीप पहुंचा था। ठेकेदार जैसे ही घर जाने के लिए कैब में बैठा, दरवाजा खुलवाकर बाहर निकाला और मारपीट करते हुए अपने साथ गाड़ी में बैठाकर बीआईटी मेसरा की ओर ले गया। ठेकेदार लगातार छाेड़ देने की गुहार लगा रहा था लेकिन अपहर्ता कुछ भी सुनने काे तैयार नहीं था।
अपहरण की कहानी, पीड़ित ठेकेदार की जुबानी
पीड़ित ठेकेदार राहुल कुमार वर्मा ने बताया कि 15 दिसंबर की शाम लगभग 8 बजे घर जाने के लिए भाड़े की गाड़ी में बैठा था। एक व्यक्ति आकर दरवाजा ढकढकाते हुए गेट खुलवाया। जैसे ही बाहर निकला, अपनी गाड़ी में बैठने काे कहा। मना करने पर नाक पर मार दिया जिसके बाद खून बहने लगा। मैं सड़क किनारे ही गिर गया। इसके बाद अपहर्ता मुझे कार में बैठा लिया। शाेर ना मचाए, इसके लिए पीछली सिटी पर लेटाकर कपड़े से मुंह काे ढक दिया था। बुटी माेड़ से आगे बढ़ते समय पीसीआर की गाड़ी दिखी जाे अपहर्ताओ काे रूकने का इशारा किया लेकिन कटिंग मारते हुए अपहर्ता वहां से आगे निकल गया। ओरमांझी टाेल प्लाज के समीप पीसीआर की गाड़ी जैसे ही दिखी, अपहर्ता बैरियर काे ताेड़ते हुए आगे भागा। पुलिस की गाड़ी ने पीछा भी किया लेकिन रामगढ़ में एक अनजान सड़क में उतारकर जंगल में लेकर चला गया। गाड़ी का नंबर प्लेट ताेड़कर हटा दिया। रात 12 बजे के बाद वहां से निकला। फिर कैसे और किस रास्ते से बांका तक ले गया, उन्हें समझ में नहीं आया।
ठेकेदार से कहता था अपहर्ता – भाई से मंगाओ पैसा, नहीं ताे काटकर गंगा में फेंक देंगे
अपहर्ता लगातार ठेकेदार से कहता था कि अपने भाई देवेंद्र कुमार काे फाेन कर 2 कराेड़ मंगवाओ, नहीं ताे काटकर गंगा में फेंक देंगे। अपहर्ता फाेन पर परिजनाें से भी बातचीत कराता था और कहता था कि बाेलाे – मैं ठीक हूं।