बाबूलाल मरांडी ने हेमन्त सरकार से समर्थन लिया वापस। कांग्रेस पर पार्टी तोड़ने का आरोप।
राँची। पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की पार्टी जेवीएम ने हेमंत सोरेन सरकार से समर्थन वापस ले लिया है. हेमंत सोरेन को लिखे पत्र में बाबूलाल ने कांग्रेस पर अपनी पार्टी को तोड़ने का अरोप लगाया है. ठीक एक माह पहले 24 दिसंबर को बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार को बिना शर्त समर्थन देने का एलान किया था और ठीक 24 जनवरी को समर्थन वापसी का एलान कर दिया.
सोनिया राहुल से मिले थे बन्धु प्रदीप
गुरूवार को दिल्ली जाकर जेवीएम विधायक दल के नेता प्रदीप यादव और बंधू तिर्की ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात की थी. इसके बाद ये तय माना जा रहा है कि जल्द ये दोनों कांग्रेस में शामिल होंगे. इससे पहले दोनों विधायक बीजेपी की जगह कांग्रेस को अपनी पसंद और प्राथमिकता बता चुके हैं.
बाबूलाल मरांडी के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों के बाद से ही जेवीएम के दोनों विधायकों ने बागी रूख अपनाया हुआ है. जेवीएम की नई कार्यकारिणी में प्रदीप यादव और बंधु तिर्की को दरकिनार कर दिया गया था. इसके बाद से ही ये तय हो गया था कि जेवीएम एक बार फिर टूट की तरफ बढ़ रही है. शुक्रवार को पहले प्रदीप यादव को विधायक दल के नेता से हटा दिया गया फिर सरकार से समर्थन वापसी के फैसले से ये तय हो गया है कि बाबूलाल की राहें अब अलग हैं और प्रदीप यादव-बंधु तिर्की की राहें अलग।