झारखण्ड के गोड्डा में कॉलेज के प्रिंसिपल की अपहरण के बाद हत्या,छानबीन में जुटी है पुलिस..7 लोगों को हिरासत में लिया है..
गोड्डा।झारखण्ड के गोड्डा जिले में अपराधियों ने एक बड़ी घटना को अंजाम दिया है। अपराधियों ने बसंतराय स्थित मौलाना अबुल कलाम आजाद कॉलेज के प्राचार्य डॉ नजीरुद्दीन की अपहरण के बाद हत्या कर दी है।शुक्रवार की अहले सुबह उनका शव महगामा दियाजोरी के बीच पाया गया।डॉ नजीरुद्दीन का क्षेत्र में काफी नाम था।उनकी हत्या की खबर से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है।
जानकारी के मुताबिक, झारखण्ड बिहार की सीमा पर कोरियाना पुल के पास से उनका अपहरण किया गया था।हथियारबंद नकाबपोश अपराधियों ने डॉ नजीरुद्दीन के वाहन चालक की कनपटी पर हथियार सटा दिया और उसके बाद डॉ नजीरुद्दीन का अपहरण किया था। इस घटना की सूचना मिलते ही एसडीपीओ आनंद मोहन सिंह और इंस्पेक्टर घटना स्थल के लिए रवाना हो गए थे और जांच कर रहे हैं।पुलिस ने सभी सीमावर्ती चेक पोस्ट को सील कर दिया है और जांच में जुट गई है।
गौरतलब हो कि जहां से अपहरण की बात सामने आई थी, वह क्षेत्र बिहार की सीमा से सटा है।बिहार का बांका और भागलपुर जिला इलाके की सीमा से लगता है। ऐसे में पड़ोसी राज्य के धोरैया और सनहोला थाना पुलिस को भी अलर्ट कर दिया गया है और अपराधियों की तलाश की जा रही है।
बता दें कि प्राचार्य डॉ नजीरुद्दीन एक जाना पहचाना नाम थे।वे राजनीतिक रूप से भी सक्रिय थे और उनका क्षेत्र में अच्छा खासा रसूख भी था। ऐसे में उनकी मौत की खबर क्षेत्र में सनसनी की तरह फैल गयी है। नजीरुद्दीन झामुमो के नेता थे।वहीं उनके बड़े भाई रुस्तम डिग्री कॉलेज के प्राचार्य हैं और झामुमो केंद्रीय कमिटी के सदस्य भी हैं।
अपडेट 2: पढ़ें
गोड्डा जिले के मो.अबुल कलाम आजाद इंटर कॉलेज बसंतराय के प्राचार्य डॉ नजीरुद्दीन की हत्या मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस की माने तो डॉ नजीरुद्दीन की हत्या कॉलेज विवाद के कारण की गई है और इसमें उनके भाई और परिजन शामिल हैं।बता दें कि प्राचार्य डॉ नजीरुद्दीन का गुरुवार देर शाम कोरियाना पूल के पास से अपहरण कर लिया गया था।इस बात की जानकारी उनके वाहन चालक ने दी थी। पुलिस रात भर भटकती रही, जिसके बाद शुक्रवार की अहले सुबह प्राचार्य का शव मिला।इस मामले में गोड्डा एसडीपीओ आनंद मोहन सिंह खुद छापेमारी कर रहे थे। बावजूद अपराधी के चंगुल से पुलिस अपहृत को नहीं छुड़ा पायी। पुलिस को अपहरण स्थल से 20 किमी की दूरी पर डॉ नीरुद्दीन का शव मिला है।जिसके बाद पुलिस जांच में जुटी हुई है।
इधर इस मामले को लेकर पुलिस ने वाहन चेकिंग के दौरान नगर थाना गोड्डा में घटना में संलिप्त शाकिर और काले रंग की गाड़ी को पकड़ा है।पूछताछ में शाकिर ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। साथ ही बताया कि डॉ नीरुद्दीन का अपहरण और हत्या उन्होंने प्लानिंग के तहत की थी। जिसका संबंध कॉलेज विवाद से है,जिसमें उनके भाई और परिजनों की संलिप्तता है।इस घटना में संलिप्त मो शाकिर उर्फ चुन्ना, चालक अमन राज और कपिल दास को पुलिस ने हिरासत में लिया है। कुल 7 लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है।
वहीं बताया जाता है कि कॉलेज को आय का एक बड़ा जरिया माना जाता रहा है इस कॉलेज में बड़े पैमाने पर नामांकन होता है, जिसमें एक ही परिवार का वर्चस्व है और अधिकांश स्टाफ इनके अपने या चहेते होते हैं, जहां मनमानी वसूली के आरोप भी लगते रहे हैं।पहले भी कॉलेज में प्राचार्य पद को लेकर विवाद होता रहा है, जिसमें परिवार के बीच आपस मे कई दफा लड़ाई झगड़ा भी हुआ।लेकिन बाद में फिर आपसी समझौते से बात बन गई थी।