ईडी की कार्रवाई के बाद दूसरे जिलों में अवैध खनन रूका, लेकिन राँची में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद भी हो रहा है अवैध खनन, 20 लाख के पत्थर हर दिन बेच रहे है खनन माफिया
राँची।प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) संताल में हुए 1000 करोड़ रुपए के अवैध खनन का अनुसंधान कर रहा है। अवैध खनन को लेकर ईडी की कार्रवाई से डर कई जिलों में चल रहे अवैध पत्थर खनन पर प्रशासन ने कार्रवाई की है। अवैध क्रशरों को प्रशासन की ओर से तोड़ा गया है और पत्थरों को जब्त भी किया गया। लेकिन राजधानी राँची में अवैध खनन करने वालों को ईडी व प्रशासन का भी कोई डर नहीं है। रांची में अवैध पत्थर खनन धड़ल्ले से चल रहा है। वह भी उन जगहों पर जहां पिछले साल खनन विभाग ने अवैध तरीके से खनन करने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की थी। राँची में हर दिन 20 लाख से अधिक के अवैध पत्थर खनन कर बेचे जा रहे है। खनन माफिया बिना किसी के डर भय का लगातार खनन कर रहे है। राँची में तुपुदाना ओपी क्षेत्र के बेरमाद, बालश्रृंग, हजाम, डुंडीगढ़ा और ओरमांझी क्षेत्र में अवैध पत्थर खनन हो रहा है। जबकि इन्हीं जगहों पर अवैध खनन मामले में पिछले साल खनन विभाग ने 28 जुलाई 2021 को 23 खनन माफियाओं के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसके बाद भी वहां फिर से अवैध खनन शुरू हो गया है।
इनके विरुद्ध खनन विभाग ने पिछले साल दर्ज कराई थी प्राथमिकी
खनन विभाग ने 28 जुलाई को तुपुदाना क्षेत्र में अवैध खनन को लेकर छापेमारी की थी। छापेमारी के बाद 23 लोगो के विरुद्ध भादवि की धारा 414 व खनन अधिनियम के तहत अवैध रूप से खनन, परिवहन व भंडारन की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। जिनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज हुई थी उनमें मंगरू उरांव, मनोज कच्छप, संजय तिर्की, चंदेश्वरी देवी, नीलम किस्पोट्टा, कमला देवी, कृष्ण मोहन प्रजापति, घनश्याम प्रसाद, शिव नारायण सिंह, अरविंद कुमार, केशव कुमार, अनिल वर्मा, रिक्की साहू, महेश साहू, अर्जुन सिंह, सोनू सिंह, राधेश्याम केशरी, सागर, गणेश, सुरेश, शंभू सिंह, प्रकाश चौधरी और मुन्ना सिंह शामिल है। इनपर अवैध पत्थर खनन, भंडारण और परिवहन का आरोप था। प्राथमिकी के बाद भी इनमें से अधिकांश फिर से अवैध खनन में शामिल हो गए है।
प्रदूषण फैला रहे है, पुलिस ने दी है जिला खनन पदाधिकारी को रिपोर्ट, फिर भी चल रहा है अवैध खनन
तुपुदाना ओपी क्षेत्र के हजाम, टॉरियन स्कूल के पास, डुंडीगढ़ा व उसके आसपास में कई ऐसे क्रशर चल रहे है जो प्रदूषण फैला रहे है। पुलिस ने इस संबंध में एक जांच रिपोर्ट भी पिछले साल जून 2021 में जिला खनन पदाधिकारी को दी थी। बताया था कि उक्त इलाके में 14 क्रशर चलाए जा रहे है। जो पूरे इलाके में प्रदूषण फैला रहे है। सड़क के बगल में होने की वजह से आम लोगो को क्रशर से निकलने वाले प्रदूषण से आम लोगो को काफी परेशानी हो रही है। विस्फोट से भी लोग परेशान है। इस मामले में पुलिस ने जिला खनन पदाधिकारी से जांच कराने का आग्रह किया गया था। लेकिन एक भी क्रशर की जांच नहीं हुई ना कोई क्रशर बंद हुआ।
जिला खनन विभाग से मांगी गई है अवैध खनन वालों की सूची
जिला खनन विभाग से तुपुदाना इलाके में चल रहे वैध व अवैध खनन करने वालों की सूची मांगी गई है। सूची मिलते ही कार्रवाई शुरू की जाएगी। जिन लोगो के विरुद्ध पिछले साल प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी, उस मामले में भी अनुसंधान किया जा रहा है। जो लोग अवैध खनन व क्रशर चला रहे है उनपर सख्त कार्रवाई की जाएगी।–मीरा सिंह, थाना प्रभारी तुपुदाना।