पत्नी ने जताई हत्या की आशंका,करीब 20 दिन बाद कब्र से निकाला गया पति का शव..

 

दुमका।झारखण्ड के दुमका जिले में जामा थाना पुलिस ने बुधवार को लगला पंचायत के बैसा गांव के समीप बहने वाली जोरिया (पहाड़ी नदी) के किनारे से मजिस्ट्रेट अशोक बड़ाईक की उपस्थिति में एक पुरुष के शव को कब्र से निकाला है।मृतक की पत्नी ने पुलिस को आवेदन देकर अपने पति की हत्या की आशंका जताई थी।दरअसल, दुमका के जामा थाना क्षेत्र के बैसा गांव की लुखी हेंब्रम ने मंगलवार को जामा थाना में आवेदन दिया था। जिसमें उसने उल्लेख किया है कि पिछले माह 27 सितंबर की शाम को गांव का ही रविन्द्र हेंब्रम उसके पति रघु किस्कू को मछली पकड़ने की बात कहकर जोरिया ले गया था।थोड़ी देर के बाद गांव के तापस बास्की के द्वारा सूचना मिली कि उसका पति जोरिया के किनारे बेहोश पड़ा हुआ है। पत्नी जब मौके पर पहुंची तो उसने देखा कि रघु मछली के जाल में लिपटा है और घायल अवस्था में पड़ा है।उसने तुरंत 108 पर फोन कर एंबुलेंस बुला लिया, लेकिन एंबुलेंस के कर्मी ने बताया कि रघु मर चुका है।इसके बाद परिजनों ने 28 सितंबर को रघु के शव को बैसा जोरिया के पास दफना दिया।शव को दफनाने से पहले परिजनों ने पाया कि मृत रघु के शरीर पर काफी जख्म के निशान हैं।साथ ही अंडकोष भी फूला हुआ पाया। इतना ही नहीं गर्दन की हड्डी भी टूटी हुई थी।शव को दफनाने के उपरांत दो अक्टूबर को गांव में पंचायती बुलायी गयी। जिसमें पंचों ने रविन्द्र बास्की को बुलाया और घटना के संबंध में उससे पूछताछ की। लेकिन उसने साफ-साफ कुछ नहीं बताया।इसके बाद पत्नी ने थाना में आवेदन देकर रविन्द्र बास्की पर पति की हत्या करने की आशंका जताई है।पत्नी ने पुलिस से मांग की थी कि उसके पति के शव को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम कराया जाए।मृतक की पत्नी लुखी हेंब्रम का आवेदन मिलने के बाद जामा थाना प्रभारी अजीत कुमार ने सीओ अशोक बड़ाईक की उपस्थिति में जेसीबी की मदद से शव को कब्र से बाहर निकलवाया और पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है।

इस संबंध में जामा के थाना प्रभारी अजीत कुमार ने बताया कि मृतक रघु किस्कू की पत्नी के आवेदन पर शव को कब्र से बाहर निकाला गया है।पत्नी का आरोप है कि उसके पति की हत्या की गई है।पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी।फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।