चीन व हांगकांग के गेमिंग एप से फुटबॉल मैच में बेटिंग के नाम पर 24 करोड़ से अधिक की ठगी करने वाले दो साइबर अपराधी को सीआईडी ने यूपी से गिरफ्तार
–साइबर थाना राँची में अनगड़ा के रहने वाले अरुण कुमार चौधरी ने दर्ज कराई थी प्राथमिकी, इनके विरुद्ध देश के अलग अलग राज्यों में 222 मामले है दर्ज
राँची।साइबर अनुसंधान विभाग (सीआईडी) झारखण्ड की साइबर अपराध थाना की पुलिस ने जीवी फुटबॉल डॉट कॉम नाम की वेबसाइट पर फुटबॉल मैच पर बेटिंग के नाम पर 24 करोड़ से अधिक की ठगी के दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्तों में उत्तर प्रदेश के लोनी देहात निवासी मनीष कुमार और उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद निवासी अरुण कुमार शामिल है। इन साइबर अपराधियों ने चीन व हांगकांग के गेमिंग एप से देश के अलग अलग राज्यों के लोगो से 24 करोड़ रुपये का ट्रांजेक्शन किया। इनके विरुद्ध साइबर अपराध थाना राँची में 11 मई को राँची अनगड़ा के रहने वाले विजय कुमार चौधरी ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी। साइबर अपराध थाना की पुलिस ने जब इस मामले का अनुसंधान शुरू किया तो जानकारी मिली कि ठगी के लिए मनीष इंटरप्राइजेज लोनी देहात उत्तर प्रदेश के नाम से फर्जी प्रॉपराइटर शिप फर्म तैयार किया गया था। उक्त एकाउंट के विरुद्ध देश के अलग अलग राज्यों में कुल 222 कांड दर्ज किए गए थे। जिसमें यश बैंक के खाते में सिर्फ अप्रैल 2023 तक कुल 24 करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ था। जब साइबर थाना की पुलिस ने छापेमारी कर दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार किया तो इन दोनों ने अपनी संलिप्तता इस कांड में स्वीकार किया।
बेटिंग के लिए बना रखा था वेबसाइट
साइबर अपराधियों ने बेटिंग के लिए जीवी फुटबाल डाट काम नामक वेबसाइट बना रखा था। जिसपर लोग फुटबाल मैच के नाम पर बेटिंग के लिए पैसे लगाते थे। इसके लिए अलग-अलग इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म टेलीग्राम व वाट्सएप पर इसकी जानकारी लोगो को दी जाती थी। वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन के बाद लोगों से जीवी फुटबाल गेमिंग एप का फर्जी एप डाउनलोड करवाते थे। इसी के माध्यम से लोगो से ये रुपए ठगते थे। जब एप का पुलिस ने विश्लेषण किया तो इसका आइपी एड्रेस चीन व हांगकांग में पाया गया। साइबर अपराधियों ने दिसंबर 2022 से मई 2023 तक शिकायतकर्ता व अन्य व्यक्तियों से एप डाउनलोड करवाकर व टेलीग्राम आइटी बनाकर मुनाफ़ा कमाने के लिए निवेश करवाया और ठगी की।