पांच लाख के इनामी नक्सली खुदी मुंडा ने गुमला पुलिस के समक्ष किया सरेंडर….
राँची।झारखण्ड के गुमला पुलिस के समक्ष पांच लाख इनामी भाकपा माओवादी संगठन का सब जोनल कमांडर खुदी मुंडा ने सरेंडर कर दिया है।सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक खुदी मुंडा ने अपने कई साथियों के मारे जाने के बाद परेशान होकर गुमला पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया है।खुदी मुंडा मूल रूप से गुमला जिले के भरनो थाना क्षेत्र के कुरकुरी गांव का रहने वाला है। हालांकि इसके सरेंडर करने की कोई अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई है।
बता दें पिछले महीने गुमला पुलिस ने दो इनामी नक्सली राजेश उरांव और लाज़िम अंसारी को मुठभेड़ में मार गिराया था। जिसके बाद से पुलिस खुदी मुंडा और रंथु उरांव की तलाश में गुमला पुलिस स्वच्छ अभियान चला रही है। इसी से परेशान होकर खुदी मुंडा ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। इससे पहले कई बार पुलिस खुदी मुंडा के घर पर जाकर उनके परिजनों से खुदी मुंडा को सरेंडर करने के लिए कहा था।
विगत कई सालों से गुमला पुलिस खुदी मुंडा को गिरफ्तार करने या सरेंडर कराने का प्रयास कर रही थी। इससे पहले तत्कालीन पुलिस अधीक्षक गुमला एच.जनार्दनन और वर्तमान पुलिस अधीक्षक एहतेशाम वकारीब ने कई बार बीहड़ो में घुसकर खुदी मुंडा के परिवारवालों को समझाने की कोशिश की थी।
पुलिस सूत्रों से जानकारी मिली है कि खुदी मुंडा का पुत्र सुखराम मुंडा भी अपने पिता की सलामती चाहता था और सरेंडर कराने की कोशिश कर रहा था। गुमला पुलिस,परिवार वालों और स्थानीय करीबियों के प्रयास से आखिरकार खुदी मुंडा ने आत्मसमर्पण का रास्ता चुना।
बताया जाता है कि खुदी के सरेंडर कराने में DIG स्तर के एक वरीय पदाधिकारी और दो थाना प्रभारियों की अहम भूमिका रही है। वहीं हाल ही में गुमला में लाजिम अंसारी के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद से खुदी मुंडा अकेला पड़ गया था।