मनीषा हत्याकांड:सौतन ने दो लाख की सुपारी देकर कराई थी हत्या,पुलिस ने महिला सहित तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार….
दुमका।झारखण्ड की उपराजधानी दुमका में हंसडीहा थाना क्षेत्र के एक पत्थर खदान से मनीषा जायसवाल नामक एक महिला का शव बरामद किया गया था। पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। मनीषा की हत्या उसकी सौतन आशा देवी ने सुपारी किलर को दो लाख रुपए देकर करवाई थी।इस मामले में आशा देवी सहित तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।दरअसल, बीते रविवार की सुबह दुमका जिले के हंसडीहा थाना क्षेत्र के एक पत्थर खदान में रस्सा से बंधा एक महिला का शव बरामद किया गया था। महिला की पहचान ब्यूटी पार्लर संचालिका मनीषा जायसवाल के तौर पर की गई थी। उसके गर्दन और सिर के पीछे गोली मारी गई थी।पुलिस ने महिला के पर्स में मिले कागजात के आधार पर उसके पहले पति विनोद जायसवाल को बुलाकर शव की शिनाख्त कराई।
मंगलवार को पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि मृतका मनीषा का अपने पहले पति विनोद के साथ करीब छह माह पूर्व तलाक हो गया था। इसके बाद वह प्रकाश मंडल नामक व्यक्ति के साथ मंदिर में शादी रचा कर दुमका शहर के रसिकपुर इलाके के एक किराए के मकान में रहती थी।उसका दूसरा पति प्रकाश मंडल पहले से शादीशुदा था।मनीषा के दूसरे पति प्रकाश मंडल की पहली पत्नी आशा देवी ने मनीषा की हत्या का पूरा षड्यंत्र रचा था। प्रकाश मंडल की पहली पत्नी और मनीषा की सौतन आशा देवी को जब पता चला कि मनीषा गर्भवती हो गई है,तभी से वह मनीषा को रास्ते से हटाने की साजिश की रचने लगी।जिसने अपने 22 वर्षीय चचेरे देवर पीताम्बर मंडल के साथ हत्या का पूरा प्लान तैयार किया था।
मनीषा की हत्या करने के लिए दी गई थी दो लाख की सुपारी
इसके लिए पीताम्बर ने हंसडीहा थाना क्षेत्र के बनियारा गांव निवासी मुमताज अंसारी उर्फ लखपतिया से सहयोग लिया। मनीषा की हत्या करने के लिए मुमताज अंसारी को दो लाख की सुपारी दी गई थी।घटना में पुलिस को अनुसंधान के क्रम में पता चला कि शनिवार को पीताम्बर मंडल ने कार से अपनी भाभी मनीषा जायसवाल को मसानजोर डैम ले गया था।जिसमें मनीषा के साथ पीताम्बर और मुमताज अंसारी भी साथ में था।दिन भर घूमने के बाद दुमका पुलिस लाइन के समीप स्थित रिया रमन होटल में खाना खाने के बाद मनीषा को कार में घुमाने लगा।इस बीच दिन ढल गया था।इसी दौरान कार में ही उनलोगों ने मनीषा को गर्दन में सटा कर दो गोली मार दी। जिससे उसकी कार की सीट पर ही मौत हो गई।
कार में गोली मारकर हत्या करने बाद मनीषा के शव को ठिकाने लगाने के उद्देश्य उन लोगों ने उसे रस्सी से बांधा गया था।हत्यारों का प्लान था हंसडीहा थाना क्षेत्र के पत्थर खदान के पानी में मनीषा का शव पत्थर से बांध कर डूबा दिया जाए।इसलिए पत्थर खदान के समीप लाकर मनीषा के शव को ऊपर से फेंका गया, लेकिन इसी दौरान रस्सी टूट गई और मनीषा का शव जहां गिरा वहां पानी था ही नहीं।जिसके बाद हत्यारे शव को उसी हालत में छोड़ कर भाग गए।
इधर, पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त हरे रंग की कार (नंबर JH 15F 1133) बरामद कर लिया है। पूछताछ में यह भी पता चला है कि इस हत्याकांड में और भी दो लोग शामिल थे,जो कार के साथ-साथ बाइक में चल रहे थे और शव को ठिकाने लगाने में शामिल थे।जरमुंडी एसडीपीओ शिवेन्द्र ने बताया कि इस मामले में आशा देवी , उसका चचेरा देवर पीताम्बर मंडल और मुमताज अंसारी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
दरअसल, मनीषा के प्रेग्नेंट होने पर वह संपत्ति में हक मांग रही थी,जो हत्या की वजह बनी। एसडीपीओ ने कहा कि पुलिस का अनुसंधान जारी है, जल्द ही हत्या में शामिल अन्य अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।