धनबाद एनकाउंटर मामला: बैंक मोड़ थाना प्रभारी सहित तीन पर हत्या का मुकदमा दर्ज,कोर्ट ने लिया संज्ञान,मृतक की माँ ने कहा-न्यायालय को सौंपेगे फर्जी एनकाउंटर का वीडियो…
धनबाद।झारखण्ड के धनबाद में 6 सितंबर को बैंक मोड़ थाना से महज कुछ दूरी पर मुथूट फाइनेंस कार्यालय में लूट की कोशिश के दौरान अपराधियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई थी। जिसमे 19 वर्षीय शुभम सिंह का पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया था।इस घटना को लेकर शुभम की माँ शशि देवी ने इस एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी संजय कुमार सिंह की अदालत में शिकायतवाद दर्ज करवाया था।इस मामले में बुधवार को सुनवाई हुई, अदालत ने मामले की सुनवाई के दौरान संज्ञान लेते हुए अगली तिथि निर्धारित कर दी है। केस को न्यायिक दंडाधिकारी एमजेड तारा की अदालत में ट्रांसफर कर दिया है।
वहीं इस केस के सम्बंध में अधिवक्ता मो जावेद ने कहा कि फर्जी एनकाउंटर मामले में तीन लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है।जिसमें बैंक मोड़ थाना इंस्पेक्टर पीके सिंह और दो पुलिस कर्मी उत्तम कुमार और गौतम कुमार शामिल हैं। शिकायतवाद के तहत मंगलवार को तीनों को ऊपर हत्या का मुकदमा अदालत में दर्ज कर लिया गया था। बुधवार को सुनवाई के दौरान अदालत ने संज्ञान लेते हुए अगली तिथि निर्धारित कर दी है। अगली सुनवाई में शिकायतकर्ता का बयान अदालत में दर्ज किया जाएगा,साथ ही साक्ष्य भी अदालत को प्रस्तुत किया जाएगा।
मृतक शुभम की मां शशि देवी ने बताया कि उनके मेरे बेटे का झूठा एनकाउंटर पुलिस ने किया है। उन्होंने कहा कि एनकाउंटर का वीडियो उसके पास उपलब्ध है। अदालत में सुबूत के तौर पर उसे पेश करेंगी।शशि देवी ने मंगलवार को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी संजय कुमार सिंह की अदालत में शिकायतवाद दायर किया।इसमें शशि देवी ने बैंकमोड़ थाना प्रभारी डॉ प्रमोद कुमार सिंह, आरक्षी गौतम कुमार सिंह और उत्तम कुमार पर उसके 19 वर्षीय इकलौते पुत्र की हत्या करने का आरोप लगाया है। अधिवक्ता मो जावेद की ओर से दायर शिकायतवाद में कहा गया है कि छह सितंबर को उसका पुत्र घरेलू कार्य से बैंकमोड़ गया था। पूर्वाह्न 10:15 बजे से 11:00 बजे के बीच शुभम ने देखा कि सिविल ड्रेस में प्रमोद कुमार सिंह, गौतम कुमार सिंह, उत्तम कुमार एके 47 से गोली चलाते हुए दौड़ रहे हैं।शुभम ने समझा कि अपराधियों के बीच गैंगवार हुआ है।डर से वह भी भागने लगा। तीनों ने उसको दौड़ा कर घेर लिया और पीके सिंह ने पीछे से उसको दो गोली मारी, जिससे उसकी मौत हो गयी।आरोप लगाया गया है कि घटना को अलग रूप देने के लिए तथा अपने बचाव में पूरे प्रकरण को एनकाउंटर का रूप देते हुए झूठा केस दर्ज किया गया
घटना के बाद तीनों ने अन्य पुलिस कर्मियों के साथ मिलकर साक्ष्य को छुपाया और नष्ट किया। मृतक की मां शशि देवी ने इस संबंध में मुख्यमंत्री व झारखण्ड के मुख्य सचिव से भी लिखित शिकायत की। फिर भी आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई, तब बाध्य होकर शशि देवी ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।
बताते चलें कि पांच नवंबर 2022 को शुभम सिंह की माँ शशि देवी झारखण्ड हाइकोर्ट में रिट पिटीशन क्रिमिनल-537/22 दायर कर घटना की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की थी।
बता दें 6 सितंबर को बैंक मोड़ थाना से महज कुछ दूरी पर स्थित मुथूट फाइनेंस में लूट की कोशिश के दौरान पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हुआ था।जिसमे 19 साल के शुभम का पुलिस ने मौके पर ही एनकाउंटर कर दिया था, साथ ही दो अपराधियों को पुलिस दबोच लिया थामवारदात के बाद झारखण्ड डीजीपी ने इंस्पेक्टर और दो पुलिसकर्मियों को उनके जांबाज कारनामे के लिए सम्मानित भी किया था।