पंडरा में भाई बहन की हत्या मामला:हिरासत में लिए गए आरोपी के विरुद्ध अबतक पुलिस को नहीं मिला पुख्ता सबूत,टेक्निकल इनपुट के भरोसे टिकी अब राँची पुलिस की जांच..
राँची।पंडरा ओपी क्षेत्र के जनक नगर में शनिवार को हुए नाबालिग श्वेता सिंह (17) और प्रवीण सिंह (14) की हत्या की गुत्थी रांची पुलिस शनिवार को भी ना सुलझा सकी ना ही एक भी हत्यारे को गिरफ्तार कर सकी। घायल चंदा देवी के बयान पर हिरासत में लिए गए एक आरोपी रोहन से तीसरे दिन लगातार पुलिस पूछताछ करती रही। लेकिन उसने कोई ऐसी जानकारी नहीं दी, जिससे यह साबित हो सके कि हत्या में कौन लोग शामिल थे और हत्या क्यों की गई। वहीं राँची पुलिस की जांच अब पूरी तरह से टेक्निकल इनपुट के भरोसे चल रही है। पुलिस मृतक श्वेता के मोबाइल खंगाल रही है। उसके कौन कौन से दोस्त थे और वह किन लोगो के साथ संपर्क में थी। इसकी जानकारी पुलिस जुटा रही है। इसी जानकारी के आधार पर पुलिस रविवार को रातू में रहने वाले एक युवक को ढूंढने के लिए गई थी। लेकिन वह घर में नहीं मिला। इसके बाद पुलिस ने उसके परिजनों को थाने बुलाया था। लेकिन उन लोगो ने भी उसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी कि वह कहां है और उसका मोबाइल क्यो स्विच अॉफ है। इधर पुलिस ने घटना वाले दिन सुबह के तीन बजे लेकर 4.30 बजे के बीच वहां कौन कौन लोग वहां अपने मोबाइल के साथ थे, इसकी पूरी जानकारी टेक्निकल सेल से ली। लेकिन अपराधियों के बारे में कोई सुराग नहीं मिला। इससे साफ जाहिर होता है कि अपराधी शातिर थे और बिना मोबाइल के ही वहां पहुंचे थे ताकि घटना के बाद अगर पुलिस टेक्निकल सेल की मदद ले उन्हें ढूंढना चाहे तो नहीं ढूंढ पाए।
चंदा देवी आईसीयू से रिम्स के जनरल वार्ड में शिफ्ट, परिजनों को बिना सुरक्षा सता रहा है डर
चंदा देवी को रिम्स के आईसीयू से जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। लेकिन अभी तक चंदा देवी को पुलिस ने कोई सुरक्षा मुहैय्या नहीं कराया है। परिजनों को डर सता रहा है कि जिस तरह से उन तीनों की हत्या के लिए अपराधी उनके घर पहुंचे थे, कही वे रिम्स में आकर फिर से उनपर हमला ना कर दे। सोमवार को चंदा देवी के भाई ने पुलिस के वरीय अधिकारियों से भी इस संबंध में मुलाकात की और सुरक्षा मुहैय्या कराने का आग्रह किया। चंदा देवी इस घटना की एक मात्र चश्मदीद है जो बता सकती है कि उस दिन अहले सुबह 3.30 से 4.30 बजे के बीच क्या हुआ। हत्या में शामिल तीनों अपराधी कैसे थे। घटना को कैसे अंजाम दिया गया। इसके बावजूद रांची पुलिस उनके प्रति बेपरवाह है। शनिवार की अहले सुबह घटना को अंजाम देने के बाद तीनों आरोपी चंदा देवी के घर का दरवाजा अंदर व बाहर दोनों ओर से बंद कर छत से पीछे की ओर कूद फरार हो गए थे। घायल चंदा देवी ने अस्पताल जाने के क्रम में बताया था कि रोहन व उसके साथियों ने घटना को अंजाम दिया है। इसके बाद ही पुलिस ने उसे तुरंत हिरासत में लिया था।