राँची: कोरोनाकाल में 9 वर्षीय केशव ने घर पर ही किया रावण दहन
राँची। कोरोनाकाल पर सरकार के गाइडलाइन के कारण पर्व त्यौहार मनाने पर काफी तरह के प्रतिबंध लगे हुए है । सभी पर्व सादगी से मनाने का निर्णय लिया गया है और भीड़ इकट्ठा नही करने का निर्देश भी है । इस कारण मोहराबादी में विगत दो वर्षों से रावण दहन का भव्य आयोजन नहीं हो पा रहा है।
राँची के कांके क्षेत्र के रहने वाले एक नन्हे बालक केशव बताते हैं कि मुझे रावण दहन देखने का बहुत शौक है, जब से मुझे मालूम हुआ कि इस बार भी रावण दहन मेले का आयोजन नही होगा तो मैंने खुद से एक छोटा सा रावण का पुतला बनाने का निर्णय लिया। मैने घर के बगल में एक मूर्तिकार से संपर्क किया और कहा की मेरे लिए एक 5 फ़ीट का रावण बना दे। मूर्तिकार ने केशव से कहा कि उसे भी उसकी मदद करनी पड़ेगी तो केशव ने हामी भर दी। फिर नन्हे केशव और मूर्तिकार दोनों ने 4 दिन के मेहनत के बाद, बांस के टुकड़े, पुआल, कपड़े, कागज, पुराने अखबार, रस्सी, और रौशनीवाले पटाखें से एक 5 फ़ीट का रावण बना डाला। इस समय केशव की उम्र महज 9 वर्ष है। केशव अग्रवाल संत जेवियर्स स्कूल डोरंडा के 4थी कक्षा के छात्र हैं। और यह 9 वर्षीय नन्हा छात्र आने माता पिता के साथ कांके क्षेत्र के राजस्थान गार्डन में रहता है।
9 वर्षीय केशव खुश होते हुए बताया कि रावण दहन को लेकर मैं काफी उत्साहित हूँ। केशव ने आज इस रावण का दहन अपने सोसाइटी (राजस्थान गार्डन, काँके रोड) में अन्य बच्चों के साथ किया। इससे पहले केशव ने रथ-पूजा पर भी भगवान जगन्नाथ के एक छोटे से रथ का प्रारूप का निर्माण कर भगवान जगन्नाथ के चरणों मे अर्पण किया था।