Jharkhand:गर्भवती शिक्षिका की कोरोना से मौत,कोरोना पॉजिटिव पति की घर में सेवा करने के दौरान आई चपेट में,अगले महीने बच्चे को जन्म देने वाली थी
सरायकेला।जिला सरायकेला-खरसावां,गांव रामनगर पोस्ट सीमा गुंडा थाना नीमडीह की शिक्षिका का कोरोना से मौत।परिजनों का आरोप ससुराल वालों के लोगों के लापरवाही से हुई मौत।कोरोना पॉजिटिव पति का होम क्वारेंटाइन के दौरान तेल मालिश करवाने के दौरान गर्भवती पत्नी कोरोना पॉजिटिव हो गई थी।
मृतिका के मौसेरे भाई गुणाधर महतो के अनुसार पिछले साल 2 जुलाई 2020 को कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के शिक्षिका दीपाली महतो की शादी रामनगर निवासी सुसेन महतो पिता सुबल महतो के साथ हुई थी।दीपाली माँ बनने बाली थी।जून में डिलीवरी होने का समय था।गर्भवती होने के बाद मायके में रह रही थीं।इधर उनके सुसराल में देवर की शादी थी।शादी में शरीक होने गई थी।वहां उनके सास ससुर को हल्का बुखार था बाद में उनके पति का जांच रिर्पोट पॉजिटिव निकले।होम कोरोंटिन में थे।पति द्वारा और ससुराल के अन्य लोगों द्वारा लापरवाही बरती गई।पति की सेवा में तेल मालिश करने के कारण दीपाली भी कोरोना की चपेट आ गया।इधर सूचना मिलते ही मायके वालों ने पीएचसी नीमडीह में जांच कराए तो पॉजिटिव निकले।वहां के डॉक्टर ने कोविद सेंटर हुंडरू रेफर किया। वहां स्थिति बिगड़ने से फिर एमजीएम अस्पताल रेफर किया गया।जहां पांच दिन तक इलाज चलने के बाद मंगलवार को दोपहर तीन बजे अंतिम सांस ली।उनके साथ 8 महीने से ज्यादा समय के बच्चे भी नहीं रहे।
भीड़ रहने के कारण आज अंतिम संस्कार हुआ
दीपाली के परिजनों ने बताया कि कल ही स्वर्णरेखा वॉर्निग घाट में काफी भीड़ थी।उनका क्रमांक 43 होने के कारण कल अंतिम संस्कार नहीं हो पाया ।आज सुबह अन्तिम संस्कार किया गया।
शिक्षिका को बचाने की बहुत प्रयास किया
इधर सरकार के निर्देशानुसार शिक्षिका को बचाने के लिए कुकड़ू प्रखण्ड बिकास पदाधिकारी गिरजा शंकर महतो और अनुमंडल पदाधिकारी रंजीत लोहरा ने चिकित्सा सुविधा देकर बचाने की भरपूर प्रयास किया।समुचित व्यवस्था करने के बाद भी शिक्षिका दीपाली महतो ने कोरोण की जंग हार गई।डॉक्टरों ने दीपाली की जान बचाने के लिए रात दिन एक किया लेकिन सफलता नहीं मिली।