सोरेन राज में ‘खूंखार’ हुआ पत्थलगड़ी, पथलगड़ी विरोधी 7 लोगों की हत्या
चाईबासा: जिले के सॉनुवा थाना क्षेत्र के बुरुगुलीकेरा में रविवार को पत्थलगड़ी समर्थक और विरोधियों के बीच हुए हिंसक झड़प में गुलीकेरा ग्राम पंचायत के उपमुखिया समेत सात ग्रामीणों कि हत्या हुई थी सभी सातों लोगों के शव को पुलिस ने बुरुगुलीकेरा गांव से बरामद कर लिया।शव बरामद होने की पुष्टि करते हुए एडीजी अभियान मुरारी लाल मीणा ने बताया कि सभी सात लोगों के शव को बरामद कर लिया गया है इन सातों लोगों की हत्या करने में नक्सलियों के हाथ होने से इनकार कर दिया.पत्थलगड़ी समर्थक और विरोधियों के बीच हुए हिंसक झड़प में सात लोगों के हत्या कि सूचना पुलिस को मंगलवार को मिली थी.सूचना मिलने के बाद पुलिस घटना स्थल के लिए रवाना हुई,लेकिन दुरूह इलाका होने की वजह से बुधवार को पहुंची.यह नक्सल प्रभावित इलाका है। हालांकि, पुलिस ने साफ इन्कार किया है कि यह नक्सली घटना है.
शव बरामद करने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सोनुवा थाना क्षेत्र के बुरुगुलीकेरा गांव में पत्थलगड़ी समर्थकों के द्वारा गांव में घूम घूम कर कुछ दस्तावेज मांग कर जमा करने का काम पिछले 10-12 दिनों से चल रहा था.इसी दौरान बीते 17 जनवरी को पत्थलगड़ी विरोधियों का पत्थलगड़ी समर्थकों के साथ मारपीट की घटना हुई थी.इस घटना में कई पत्थलगड़ी समर्थक को चोट आई थी. बताया जा रहा है कि सोमवार की देर रात पत्थलगड़ी समर्थक और पत्थलगड़ी विरोधियों के बीच फिर से हिंसक झड़प हुई जिनमें पत्थलगड़ी समर्थकों के द्वारा पत्थलगड़ी के विरोधी 7 लोगों की हत्या कर दी गई.
मिली जानकारी के अनुसार पत्थलगढ़ी समर्थकों द्वारा रविवार को गाँव में ग्रामीणों के साथ बैठक की गई थी.इस दौरान पत्थलगढ़ी समर्थकों ने पत्थलगढ़ी का विरोध करनेवाले उपमुखिया जेम्स बूढ़ और अन्य छह लोगों को पीटने लगे.जिसके बाद उनके परिजन डरकर वहां से भाग गए.जिसके बाद पत्थलगढ़ी समर्थकों ने उपमुखिया जेम्स बूढ़ और अन्य छह लोगों को उठाकर जंगल की ओर ले गए.रविवार को उनके घर वापस नहीं लौटने पर सोमवार को उपमुखिया जेम्स बूढ़ और अन्य छह लोगों के परिजन गुदड़ी थाना पहुंचे. उन्होंने मामले की जानकारी पुलिस को दी. पुलिस मामले की छानबीन में लगी ही थी कि मंगलवार दोपहर को पुलिस को उपमुखिया जेम्स बूढ़ और अन्य छह लोगों की हत्या कर उनका शव जंगल में फेंके जाने की सूचना मिली थी.
घटना पर हेमन्त सोरेन ट्वीट
इस घटना के बाद हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर कहा कि पश्चिम सिंहभूम की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. झारखंड पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और सर्च ऑपरेशन जारी है. उन्होंने कहा कि झारखंड में कानून का राज है और दोषियों के खिलाफ कानूनन कार्रवाई की जाएगी. हेमंत सोरेन इस मामले की सभी संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा करेंगे और आगे की रणनीति तय करेंगे।
भारतीय जनता पार्टी समेत कई संगठनों ने हेमन्त सरकार पर सवालिया निशान लगा दिया है।हेमन्त से पूछा है 7 ग्रामीणों की हत्या में किसकी हाथ है?क्योंकि हेमन्त सरकार ने शपथ लेते ही पथलगड़ी समर्थकों का केस वापस लेने का फरमान जारी कर देश विरोधी ताकतों को मजबूती प्रदान कर दी है।कौन ऐसा षड्यंत्र है जो देश और राज्य के विरुद्ध काम करने वाले पथलगड़ी समर्थकों का केस बिना सोचे समझे वापस ले लिया है।
सरकार से कई सवाल है आगे देखिए किस करवट में झारखंड जाती है।पथलगड़ी एक बहुत जटिल मुद्दा है इसे हल्के में लेकर वर्तमान सरकार क्या संदेश देना चाहती है भविष्य बताएगा।फिलहाल 7 निर्दोष ग्रामीण की हत्या से सवाल ही सवाल है सरकार से..