सीएम की सुरक्षा में चूक: बाबूलाल बोले सरकार का सुरक्षा तंत्र गहरी नींद में!
राँची। मुख्यमंत्री के काफीले पर हुए हमले को लेकर बीजेपी नेताओं ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश समेत कई नेताओं ने इस मामले को लेकर ट्वीट किया है।
बाबूलाल मरांडी ने इस मामले पर ट्वीट करते हुए लिखा “झारखंड में महिलाओं के साथ हो रहे अपराध के प्रति जनता की सहनशक्ति खत्म हो चुकी है। आज मुख्यमंत्री का काफिला रोका, तो हेमंत सोरेन को दूसरे रास्ते से छिपकर निकलना पड़ा। राज्य की स्थिति रास्ते बदलने से नहीं, जमीन पर उतरकर काम करने से बदलेगी”।
उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा “लोकतंत्र में क़ानून हाथ में लेकर हिंसा और पथराव करने को किसी भी मायने में जायज़ नहीं कहा जा सकता। लेकिन यह सवाल भी अहम है कि मुख्यमंत्री के काफिले को रोके जाने के पहले सरकार का सुरक्षा तंत्र कहाँ सोया हुआ था? जब मुख्यमंत्री को पता नही की लोग सड़क पर मेरे विरोध में खड़े हैं तो फिर इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इनका सुरक्षा तंत्र कितना विफल है।सरकार को ऐसी लापरवाही बरतने वालों पर सबसे पहले कार्रवाई करनी चाहिये”।
दीपक प्रकाश बोले
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने ट्वीट करते हुए लिखा “विरोध प्रदर्शन और हमले मे फर्क होता है मुख्यमंत्री जी। झारखण्ड में महिलाओ पर लगातार हो रहे अत्याचार के विरोध में जनता अब सड़क पर उतरकर विरोध व्यक्त कर रही है। लेकिन प्रशासन जनता की आवाज को दबाने के लिए डंडे का प्रयोग कर रहा है। मुख्यमंत्री जी राँची की निर्भया को न्याय दिलाइये”।
विरोध प्रदर्शन और हमले मे फर्क होता है मुख्यमंत्री जी।झारखण्ड में महिलाओ पर लगातार हो रहे अत्याचार के विरोध में जनता अब सड़क पर उतरकर विरोध व्यक्त कर रही है।
लेकिन प्रशासन जनता की आवाज को दबाने के लिए डंडे का प्रयोग कर रहा है। मुख्यमंत्री जी राँची की निर्भया को न्याय दिलाइये।
वहीं बीजेपी प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने इस मामले को लेकर अपने आला नेताओं के बयान को ही दोहराया है। प्रतुल ने ट्वीट कर लिखा “अब जनता सड़कों पर उतर गयी है माननीय हेमंत सोरेन। बेटियों की इज्जत से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं।जन आंदोलन के सामने कोई हुकूमत नहीं टिकता।
बता दें कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन झारखंड मंत्रालय से कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास लौट रहे थे। इस दौरान किशोरीगंज चौक के पास भीड़ ने सीएम के काफिले पर हमला कर दिया और सीएम की कार को रोकने की कोशिश की, हालांकि पुलिस ने तुरंत ही रूट बदलकर मुख्यमंत्री को मौके से निकाल दिया। घटना को लेकर राँची के वरीय पुलिस अधीक्षक ने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिये हैं।