देवघर जिले के 6 पीडीएस डीलरों को किया गया निलंबित व 111 से स्पष्टीकरणः उपायुक्त, देवघर
देवघर। उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी श्रीमती नैन्सी सहाय द्वारा जानकारी दी गयी कि कोविड-19 को रोकने के लिए पूरे देश में जारी लॉकडाउन की वजह से असहाय, जरूरतमंद, गरीब लोगों के सामने खाने की समस्या उत्पन्न न हो, इस हेतु जिला प्रशासन द्वारा 13- दाल-भात केन्द्र, 18-विशेष दाल-भात केन्द्र, सभी थानों में कम्यूनिटी किचन के साथ 194 पंचायतों में मुख्यमंत्री दीदी किचन योजना चलाई जा रही है। साथ हीं दूर-दराज रहने वाले लोगों की सुविधा हेतु चंलत भोजनालय की व्यवस्था भी की गयी है। जिला प्रशासन द्वारा पूरे जिले में जरूरतमंद लोगों तक सूखा व पका हुआ भोजन पहुंचाने का कार्य लगातार किया जा रहा है। सबसे महत्वपूर्ण लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करने के साथ खाना परोसते वक्त भी साफ सफाई एवं शोसल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है। इसके अलावे जिला अन्तर्ग सूचीबद्ध राशनकार्ड धारकों को खाद्यान्न आपूर्ति एडवांस में मई महीने तक सुनिश्चित की जा चुकी है। साथ ही ऐसे लोग जिनका राशन कार्ड नहीं बन पाया है उनलोगों को भी एक रुपये प्रति किलो की न्यूनतम दर पर राशन उपलब्ध करवाया जा रहा है ताकि लॉकडाउन के दौरान कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे। वही लिफ्टिंग का कार्य भी आज पूर्ण रूप से पूरा कर लिया जाएगा।
विभिन्न राहत कैम्पों में प्रवासी मजदूरों की सुविधा हेतु निःशुल्क भोजन व स्वास्थ्य सुविधा की व्यवस्थाः उपायुक्त
लॉकडाउन के जिले में कोई भूखा न रहे इस हेतु खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग द्वारा लोगों तक विभिन्न योजनाओं के तहत राशन एवं खाना पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। इसके अलावे वैसे लोग जिनके पास अबतक राशन कार्ड की सुविधा उपलब्ध नहीं है, उन लोगों को भी इसके तहत राशन व भोजन की सुविधा दी जा रही है। अब तक जिले में लगभग सभी राशन कार्ड धारकों को अप्रैल एवं मई माह का राशन वितरित किया गया है। वहीं नन पीडीएस के तहत 8,482 लोगों तक अनाज उपलब्ध करा दिया गया है। इसके साथ ही आकस्मिक खाद्य योजना के तहत 7,565 लोगों तक अनाज पहुंचाया गया है। दाल भात के विभिन्न योजनाओं में अब तक लाखों लोगों को खाना खिलाया गया है। इसके अलावे अबतक 1944 परिवारों को राशन कीट की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है।
जिला प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न राहत कैम्पों में 7,984 प्रवासी मजदूरों को खाना खिलाया जा रहा है। एनजीओ एवं वॉलिंटियर्स के विभिन्न टीमों द्वारा जिले के विभिन्न जगहों पर लाखों लोगों को खाना खिलाया गया है। साथ ही आकस्मिक राहत पैकेट का वितरण भी जरूरतमंदों के बीच किया जा रहा है। उपायुक्त ने बताया कि मुख्यमंत्री दीदी किचन के माध्यम से रोजाना 18 से 20 हजार लोगों को कराया जा रहा है निःशुल्क भोजन।
194 पंचायत में 223 निशुल्क भोजन केन्द्र की व्यवस्था- उपायुक्त
उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्रीमती नैंसी सहाय द्वारा जानकारी दी गई कि कोरोना वायरस वैश्विक आपदा की इस घड़ी में समाज के बेसहारा, जरूरतमंद, दिव्यांग एवं अति गरीब लोगों को खाने का दिक्कत ना हो इसी हेतु झारखण्ड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी के माध्यम से देवघर जिलान्तर्गत 194 पंचायत में निशुल्क दीदी किचन की शुरुआत कर दी गई। इसके तहत पालोजोरी में 25, सारठ 30, मधुपुर 25, मोहनपुर 33, देवीपुर 18, करौं 16, सारवां 14, मारगोमुण्डा 13, सोनारायठारी 20, देवघर प्रखंड अंतर्गत 29 दीदी किचन का संचालन किया जा रहा हैं। जिले में अभी 223 मुख्यमंत्री दीदी किचन सुचारू रूप से कार्य कर रही है, जिनके द्वारा रोजाना 18 से 20 हजार लोगों को पोष्टिक भोजन निःशुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है।
इसके अलावे उपायुक्त श्रीमती नैंसी सहाय द्वारा जानकारी दी गई कि इन सभी केंद्रों पर भोजन वितरण के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से अनुपालन किया जा रहा है ताकि वायरस के संक्रमण को रोकने के प्रयासों में सफलता मिल सके। खाना खाने के दौरान लोगों के बीच कम से कम 3 फीट की दूरी निर्धारित कर उन्हें भोजन वितरित किया जा रहा है। साथ ही जिला आपूर्ति पदाधिकारी, संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी को निर्देशित किया है कि समय-समय पर अपने क्षेत्रों के सभी दाल-भात केन्द्र, विशेष दाल-भात केन्द्र व दीदी किचन केन्द्रों में भोजन वितरण के साथ भोजन की गुणवत्ता और सोशल डिस्टेंसिंग के अनुपालन का विशेष ध्यान रखें और लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करते रहे।