4.82 करोड़ का फर्जी चेक मामला:उत्तर प्रदेश के व्यवसायी के चेक का बनाया गया था नकल,सिक्युरिटी फीचर्स देख मैनेजर ने पकड़ा,तीन में दो गिरफ्तार,भेजे गए जेल,एक फरार की तलाश जारी
–एचडीएफसी बैंक कांटाटोली में एटेलियर झारखण्ड नाम की संस्था के खाते में पैसे क्लियरिंग के लिए तीन सितंबर को जमा किया गया था फर्जी चेक,सिक्युरिटी फीचर्स देख मैनेजर ने पकड़ा
राँची।राजधानी राँची में फर्जी चेक पर 4.82 करोड़ रुपए की बड़ी रकम भंजाने के प्रयास में दो लोगो को लोअर बाजार थाना की पुलिस ने गिरफ्तार दो आरोपियों को पुलिस ने जेल भेज दिया है। जिन दो लोगो की गिरफ्तारी कर जेल भेजा गया है उनमें तुपुदाना शतरंजी निवासी अलबर्ट एक्का और धुर्वा निवासी मुकुट आईंद शामिल है। वहीं एक अन्य आरोपी प्रमोद इंदवार फरार हो गया जिसे पुलिस ढूंढ रही है। जिसने इन दोनों को चेक बैंक में जमा करने के लिए दिया था। गिरफ्तार अलबर्ट एक्का और मुकुट आईंद से सिटी डीएसपी दीपक कुमार और लोअर बाजार थाना प्रभारी संजय कुमार ने पूछताछ की। पूछताछ में यह बात सामने आई कि दोनों एटेलियर झारखण्ड नाम की संस्था चलाते है। जो पीस रोड लालपुर में है। इसी संस्था के खाते में पैसे क्लियरिंग के लिए 4.82 करोड़ रुपए का चेक तीन सितंबर को जमा करने आरोपी पहुंचे थे। लेकिन चेक की बनावट और उसके सिक्युरिटी फीचर्स को देख बैंक के एचडीएफसी बैंक कांटाटोली ब्रांच के मैनेजर कृष्ण कुमार ने पकड़ लिया। फिर चेक इश्यू करने वाले व्यक्ति को फोन किया गया। उससे बैंक मैनेजर की बात हुई तो बताया कि उसने किसी को चेक जारी नहीं किया है।
उत्तर प्रदेश के व्यवसायी के चेक का बनाया गया था नकल
पुलिस की पूछताछ व जांच में यह बात सामने आई कि फर्जी चेक उत्तर प्रदेश के एक व्यवसायी कृष्णा पांडेय के चेक की नकल की नकल की गई थी। लेकिन नकल करने वाले ने सही तरीके से नहीं की इसलिए पकड़ा गया। चेक में जो नंबर डाले गए थे वह संदेहास्पद था। वही सिक्यूरिटी फीचर्स में बैंक का वाटर मार्क यूवी रे में नहीं दिख रहा था। तीन सितंबर को दिन के 2.45 बजे तीनों आरोपी बैंक में तो पहुंचे। अलबर्ट एक्का और मुकुट आईंद ने बैंक में चेक जमा किया। लेकिन जब बैंक मैनेजर सवाल करने लगे तो मौका देखकर प्रमोद इंदवार मौका देख भाग निकला। हालांकि वह बैंक में लगे सीसीटीवी में कैद हो गया।
एटेलियर झारखण्ड आदिम जनजाति, मुस्लिम व दलितों के लिए करती है काम
लालपुर स्थित एटेलियर झारखण्ड नाम की संस्था झारखण्ड में आदिवासी, मुस्लिम व दलितों के लिए करती है। संस्था परिधान निर्माण व प्रशिक्षण देने का काम करती है। अलबर्ट एक्का और मुकुट आईंद दोनों मिलकर संस्था का संचालक करते है। पकड़े जाने के बाद दोनों ने कहा कि उन्हें यह कह चेक दिया गया था कि संस्था को डोनेट किया गया है। चेक प्रमोद इंदवार ने दिया था और कहा था कि चेक क्लियर होने के बाद उसे भी उसमें से कमीशन चाहिए। दोनों ने कहा कि प्रमोद इंदवार ने उन्हें फंसाया है।