Ranchi:उर्स लाइन स्कूल के 12वीं की छात्रा ने फांसी लगाकर की आत्महत्या,इंटर तक की पढ़ाई पूरी करने के बाद करना चाहती थी जेपीएससी की तैयारी
राँची।बरियातू थाना क्षेत्र के चिराैंदी स्थित रविंद्र नगर फेज 2 में अपने परिवार के साथ रहने वाली उर्सलाईन स्कूल के 12वीं की एक छात्रा ने गुरूवार काे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।मृतका का नाम ज्याेति कुमारी, 17 वर्ष है और वह मूल रूप से सिसई की रहने वाली थी। छात्रा बुधवार की रात लगभग एक बजे तक अपने कमरे में पढ़ाई करने के बाद साेने चली गई थी। सुबह जब देर तक नहीं जागी ताे उसकी माँ ने आवाज लगाई। काफी आवाज देने के बाद भी ज्याेति जब दरवाजा नहीं खाेली ताे परिवार वालाें काे किसी अनहाेनी की आशंका हुई। इसके बाद घटना की जानकारी पुलिस काे दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस माैके पर पहुंची और दरवाजा ताेड़ी ताे ज्याेति का शव फंदे से झूल रहा था। इसके बाद शव काे पाेस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया गया। बरियातू थानेदार सपन महथा ने बताया कि फिलहाल आत्महत्या के कारणों की जानकारी नहीं मिल पाई है। मृत छात्रा के कमरे से काेई सुसाईड नाेट भी नहीं मिला है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और आत्महत्या के कारनाें के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है।
मैट्रिक में मिला था 85 प्रतिशत नंबर, जेपीएससी की तैयारी करना चाहती थी छात्रा
मृतका के मामा श्याम कुमार सिंह ने बताया कि सिसई स्थित अपने गांव के समीप ही एक स्कूल से मैट्रिक तक की पढ़ाई पूरी करने के बाद ज्याेति उर्सलाईन स्कूल में नामांकन कराई थी। मैट्रिक में 85 प्रतिशत नंबर प्राप्त करने के बाद उसे बीबीए करने की इच्छा थी। हालांकि वह कुछ दिनाें बाद ही अपने निर्णय काे बदल दी थी और जेपीएससी की तैयारी करना चाह रही थी। इसके लिए वह अभी से ही अपनी तैयारी शुरू कर दी थी। मृतका के मामा ने यह भी बताया कि ज्याेति अपने पढ़ाई काे लेकर काफी ज्यादा गंभीर थी। रात एक से दाे बजे तक वह पढ़ाई करती थी। अचानक उसने क्याें इस तरह का कदम उठाया, किसी काे कुछ समझ में नहीं आ रहा है।
पिता शराब दुकान में करते हैं सेल्समैन का काम, बेटी की पढ़ाई में पैसा बाधा ना हाे इसलिए सरकारी काॅलेज में बेटा काे करा रहे थे पढ़ाई
मृतका के पिता तपेश्वर सिंह कांके राेड स्थित एक शराब दुकान में सेल्समैन का काम करते हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। दाे भाई-बहन में ज्याेति छाेटी थी। ज्याेति के पढ़ाई में पैसा बाधा ना बने, इसके लिए माता-पिता विशेष ध्यान रखते थे। यही वजह है कि बेटा राैशन कुमार काे बेड़ाे काॅलेज से पढ़ाई करवा रहे थे।
शाेसल मीडिया से दूर रहती थी ज्याेति, माेबाइल से भी करती थी परहेज
ज्याेति के मामा श्याम कुमार सिंह ने बताया कि मैट्रिक में 85 प्रतिशत नंबर प्राप्त करने के बाद उसे बीबीए करने की इच्छा थी। हालांकि वह कुछ दिनाें बाद ही अपने निर्णय काे बदल दी थी और इंटर तक की पढ़ाई पूरी करने के बाद जेपीएससी की तैयारी करना चाह रही थी। इसके लिए वह अभी से ही अपनी तैयारी शुरू कर दी थी। खूद काे शाेसल मीडिया से भी दूर रखती थी। पढ़ाई में माेबाइल बाधा ना हाे, इसके लिए वह माेबाइल के ज्यादा इस्तेमाल से भी परहेज करती थी। फिलहाल पुलिस ज्याेति के आत्महत्या के कारनाें के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है।
पुलिस काे नहीं मिला सुसाईड नाेट, माेबाइल से आत्महत्या के कारणाें की तलाश
पुलिस ने ज्याेति के शव काे पाेस्टमार्टम के लिए रिम्स भेजने के बाद उसके कमरे की तलाशी ली। तलाशी के क्रम में पुलिस काे काेई सुसाईड नाेट्स नहीं मिला। इसके बाद केस आईओ अंकित कुमार ने मृतक और उसके आस-पास में रहने वाले लाेगाें से बातचीत की। काफी देर तक पूछताछ करने के बाद भी छात्रा के आत्महत्या के कारनाें के बारे में जानकारी नहीं मिल पाई। परिजनाें काे आशंका है कि ज्याेति ने पढ़ाई का ज्यादा प्रेशर ले ली जिसके बाद उसने अपनी जान दे दी है। फिलहाल पुलिस टेक्निकल सेल का भी मदद ले रही है और घर का वह माेबाइल का सीडीआर खंगाल रही है जिसका कभी-कभी ज्याेति इस्तेमाल करती थी।