जोनल कमांडर भीखन गंझू का खुलासा;माओवादी से लूटा हुआ और नागालैंड से मंगाया हथियार का उपयोग करता टीपीसी उग्रवादी संगठन
राँची।पिछले दिनों राँची पुलिस के हत्थे चढ़े टीपीसी के जोनल कमांडर भीखन गंझू ने पुलिस को दिये स्वीकारोक्ति बयान में कई अहम खुलासा किया है। भीखन ने पुलिस को यह भी जानकारी दी है कि संगठन के उग्रवादी भाकपा माओवादी से लूटा और नागालैंड से मंगाए गए हथियार का उपयोग करता है।टीपीसी उग्रवादी संगठन में पांच एके-47, तीन इंसास रायफल, दो एसएलआर, 315 बोर का दो रायफल, पांच पिस्टल, एक अमेरिकन मेड रायफल ,कुल मिलाकर संगठन में 18 से 20 हथियार हैं।
एनआईए की चार्जशीट में इस बात का जिक्र किया है:
झारखण्ड के उग्रवादी संगठन टीपीसी को नागालैंड के उग्रवादी संगठन एनएससीएन आइएम के कमांडर नीनखान सांगतम उर्फ आखान की तरफ से हथियार की सप्लाई की जाती थी। इस बात का खुलासा एनआईए दिल्ली के द्वारा हथियार सप्लाई केस के चार्जशीट से हुआ था। चार्जशीट के मुताबिक, नागालैंड का गैंग बिहार के हथियार सप्लायरों की मदद से भीखन गंझू और झारखण्ड के अन्य उग्रवादी संगठनों को हथियार पहुंचाता था। एनआईए की चार्जशीट में इस बात का जिक्र है की बिहार के आरा का रहने वाला संतोष कुमार उर्फ संतोष सिंह नक्सलियों तक आर्म्स की सप्लाई करने वाले गिरोह का एक प्रमुख सदस्य रहा है।
ट्रक, फोर व्हीलर से सप्लाई करता था एके-47 और गोली:
नागालैंड में एनएससीएन आईएम आतंकवादी संगठन के कैप्टन नीनखान सांगतम उर्फ अखान सांगतम एके-47 और गोली उपलब्ध कराता था. वहीं झारखण्ड-बिहार में सप्लाई से पूर्व ट्रक और फोर व्हीलर स्वंय उपलब्ध कराता था। ताकि, रास्ते में किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो, हथियार और गोली को अच्छे से पैक भी किया जाता था. ताकि किसी प्रकार की कोई परेशानी न आये, गिरोह की तरफ से यूजीबीएल, एके सीरीज के हथियार और कारतूसों की सप्लाई की जाती थी।