वाह रे सिस्टम ! कागजी प्रकिया पूरा कराता रहा अस्पताल प्रबंधन,कार में ही हो गया प्रसव,सिस्टम के आगे लाचार दिखे परिजन
झारखण्ड न्यूज,राँची।राजधानी राँची के सदर अस्पताल में अव्यवस्था का एक शर्मनाक मामला सामने आया है। जहां अस्पताल में प्रसव के लिए आई एक महिला को गाड़ी में ही बच्चे को जन्म देना पड़ा। अस्पताल में महिला को भर्ती करने के लिए उसका पति मंगल मुंडा अस्पताल के दहलीज पर नर्स से जल्दी भर्ती करने की गुहार लगाता रहा, लेकिन सिस्टम के आगे उसकी एक न चल सकी। अस्पताल के मेन गेट पर पहुंचने के बाद उसे कागजी प्रक्रिया में उलझा दिया गया। पहले रजिस्ट्रेशन कराने की बात कही गई। इसके बाद भर्ती करने की दलील दी जा रही थी। कागजी प्रक्रिया में देर हो रहा था और इधर महिला प्रसव की वेदना से कराह रही थी। महिला खूंटी जिले के अड़की थाना क्षेत्र के तमाड़ टेटेबान्दू की रहने वाली हैं। शनिवार को प्रसव पीड़ा हुआ। इसके बाद घर के लोग उसे अनुमंडल अस्पताल बुंडू लेकर गए। जहां से उसे सदर अस्पताल राँची के लिए रेफर कर दिया गया। अस्पताल पहुंचते-पहुंचते दर्द बढ़ने लगा। वक्त बीत रहा था लेकिन अस्पताल के नर्सों का रवैया ठीक नहीं था।महिला के पति मंगल मुंडा ने बताया कि सदर अस्पताल के गेट पर पहुंचने के बाद नर्सों से भर्ती करने के लिए आग्रह करता रहा लेकिन नर्सों ने एक नहीं सुनी। मुझे लेबर रूम से रजिस्ट्रेशन काउंटर तक दौड़ाया गया। इधर देर हो रही थी और आखिरकार मेरी पत्नी ने गाड़ी में ही बच्ची को जन्म दे दिया। बच्ची को जन्म देने के करीब 15 मिनट के बाद वहां नर्स पहुंची। मंगल ने बताया कि खुद से ढूंढ कर ट्रॉली लाया और ट्रॉली को ढकेल कर लेबर रूम तक ले गया।