मंदिर की सीढ़ियों से गिरने पर महिला की मौत, कमेटी सदस्यों पर कार्रवाई की मांग…
धनबाद।श्री बालाजी मंदिर में पूजा करने के दौरान एक महिला श्रद्धालु की सीढ़ी से नीचे गिरने के दौरान मौत हो गई।ये घटना मैथन स्थित संजय चौक बाइपास स्थित मंदिर की है।मंदिर में मौजूद लोगों ने आरती देवी को मैथन स्थित डीवीसी के बीपी नियोगी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इस संबंध में महिला के पुत्र सौरव कुमार साव ने बताया कि वह चिरकुंडा स्थित ऊपर बाजार से अपनी मां के साथ मैथन संजय चौक स्थित बालाजी मंदिर पूजा करने आए थे।मंदिर के ऊपरी तल पर माँ, श्रीश्याम खाटू की पूजा करने के बाद मंदिर की परिक्रमा कर रही थी।मैं भी पूजा कर रहा था तभी कुछ गिरने की आवाज आई। मैंने दौड़कर देखा तो सीढ़ी से नीचे मेरी मां गिरी हुई थी और सिर से काफी खून बह रहा था।आननफानन में कुछ लोगों की मदद से उन्हें उठाकर मैथन के डीवीसी के अस्पताल लाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।घटना के बाद पूरा परिवार गम में डूब गया।
इस घटना पर श्रीबालाजी धाम मंदिर कमेटी के अखिलेश्वर तिवारी का कहना है कि चूंकि मैं वहां नहीं था। लेकिन मंदिर में जो लोग मौजूद थे।उनका कहना है कि मंदिर के ऊपरी तल पर महिला परिक्रमा लगा रही थी। इस दौरान उसे चक्कर आया और उसका सिर दीवार से टकराया, जिसके कारण उनकी मौत हो गई।
परिजनों से मिली जानकारी के मुताबिक आरती देवी के पति प्रदीप साव का निधन कुछ साल पहले ही हुआ है, उनके दो बेटे हैं। शुभम कुमार साव और दूसरा सौरभ कुमार साव आरती देवी के शव को परिजन चिरकुंडा लेकर चले गए।मालूम रहे कि मंदिर दो मंजिला है।मंदिर में श्रीराम दरबार, श्री खाटूश्याम, हनुमान एवं माँ शीतला की मूर्ति स्थापित है।
मैथन संजय चौक बाईपास स्थित श्रीबालाजी धाम मंदिर के निर्माण से लेकर प्राण प्रतिष्ठा के दौरान पिछले 6 महीने में 2 लोगों की मौत हो चुकी है।इससे पहले भी निर्माण कार्य के दौरान मंदिर के गुंबद बनाने के क्रम में महाराष्ट्र के कारीगर की करंट लगने से मौत हो गई थी।इसके बाद महिला श्रद्धालु की गिरने से मौत हुई है। इन दो मौतों के बाद मंदिर में सुरक्षा को लेकर तरह तरह के सवाल उठने लगे हैं।
मालूम रहे श्रीधाम मंदिर में 30 मार्च से लेकर 7 अप्रैल तक प्राण प्रतिष्ठा एवं लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का आयोजन हुआ था। उस दौरान भी मंदिर कमेटी स्थानीय लोगों के बीच प्रसाद वितरण को लेकर विवाद हुआ था।घटना के बाद मंदिर को बंद कर दिया गया था और प्रतिदिन सुबह 5:30 में श्रीबालाजी, श्याम आरती होती थी।स्थानीय युवक का कहना हैं कि मंदिर में इतना खर्चा करने के बाद सुरक्षा का ख्याल क्यों नहीं रखा गया है। सीढ़ियों पर रेलिंग क्यों नहीं लगाई गई हैं।युवक ने मंदिर कमेटी के सदस्यों पर गैर इरादन हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है।