राजधानी राँची में हाई सिक्योरिटी जोन में पहले भी कई हत्या हो चुकी है
राँची।राजधानी राँसीज का हाई सिक्योरिटी जोन माना जाने वाला मोरहाबादी में। बीते 27 जनवरी की अपराधी कालू लामा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।राँची में हाई सिक्योरिटी जोन माना जाने वाला इलाके में हत्या की यह पहली घटनाएं नहीं है।इससे पहले भी सिक्योरिटी जोन माना जाने वाला इलाके में हत्या की कई घटनाएं ही चुकी है।
(1) अपराधियों ने सात सितंबर 2018 की शाम 8 बजे दुस्साहस का प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री आवास और पुलिस लाइन के गेट के बीच पूर्व एसपीओ (स्पेशल पुलिस अफसर) बुधु दास को गोली मार दी थी।रिम्स ले जाने के दौरान रास्ते में उसकी मौत हो गई थी। घटना के वक्त बुधु दास स्कूटी से अपनी पत्नी के साथ पुलिस लाइन स्थित अपने आवास की ओर जा रहा था. बुधु और उसकी पत्नी सुकरमनी देवी पहले नक्सली थे। वर्ष 2011 में सुकरमनी ने सरेंडर किया था. पत्नी के सरेंडर के बाद पुलिस ने बुधु को एसपीओ बना दिया था. कुछ साल पहले उसने एसपीओ का काम छोड़ दिया था।उसकी पत्नी समाहरणालय में कैंटीन चलाती थी।
(2) 03 मार्च 2020 को कोयला कारोबारी प्रेमसागर मुंडा पर हमला हुआ था।मोरहाबादी मैदान स्थित होटल पार्क प्राइम के पास घटना को अंजाम दिया गया था। बाइक सवार अपराधियों ने प्रेम सागर मुंडा की गोली मारकर हत्या कर दी थी। प्रेम सागर मुंडा अपनी फॉर्च्यूनर गाड़ी से होटल के पास खड़े हुए थे।चाय की दुकान पर चाय मांगी थी इसी बीच वहां पहुंचे अपराधियों ने उनसे बातचीत की और फिर अचानक उन पर गोलियां चलाने लगे और गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस हत्याकांड में शामिल एक अपराधी गिरफ्तार हुआ है।इस हत्याकांड का राँची एसएसपी सुरेंद्र झा ने निर्देश पर पुलिस की टीम ने कार्रवाई करते हुए हत्या घटना में शामिल अपराधी को 22 अक्टूबर 2021 को गिरफ्तार किया था।