#cybercrime:फर्जी कॉल सेंटर चलाकर करोड़ों की ठगी करने वाले झारखण्ड के 9 साइबर अपराधी को लखनऊ की साइबर क्राइम सेल की टीम ने गिरफ्तार किया है।

राँची।फर्जी कॉल सेंटर चलाकर करोड़ों की ठगी करने वाले झारखण्ड के 9 साइबर अपराधी गिरफ्तार हुए हैं। लखनऊ की साइबर क्राइम सेल की टीम ने देवघर, दुमका और गिरिडीह के रहने वाले साइबर गिरोह के 9 सक्रिय अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है।

गिरफ्तार हुए अभियुक्तों में रुपक कुमार मंडल, गोपाल मंडल, लल्लन मंडल, प्रमोद कुमार मंडल, नीरज मंडल, हरिहर मंडल, रंजीत मंडल, योगानन्द मंडल और राहुल आर्या शामिल हैं। गैंग के सरगना प्रमोद और सुमन समेत 11 लोगों फरार हैं। जिनकी तलाश की जा रही है. आरोपियों के पास से तीन लाख रुपये, सात मोबाइल फोन और लैपटॉप बरामद हुए हैं।


प्राप्त जानकारी के अनुसार साइबर क्राइम सेल लखनऊ में सचिवालय के रिटायर समीक्षा अधिकारी प्रभाकर प्रसाद ने सूचना दी थी कि उनके खाते से 53 लाख रुपये की ठगी हुई है। उनके अकाउंट से इन पैसों को ऑनलाइन ट्रांसफर किया गया है. इस मामले में लखनऊ के हजरतगंज थाने में मामला दर्ज कराया गया था।

जांच के दौरान पुलिस ने घटना में शामिल 9 सक्रिय अभियुक्तों को गिरफ्तार किया।जिनसे पूछताछ करने पर पता चला कि इस काम को वह पिछले कई सालों से लगातार कर रहे हैं. गैंग में शामिल लोग देवघर, दुमका और गिरिडीह में कॉल सेंटर बनाकर वहां से कॉल करके लोगों के पेंशन खातों की जानकारी प्राप्त कर उनके खातों से करोड़ों रुपये की ऑनलाइन धोखाधड़ी कर ठगी कर चुके हैं

कई राज्यों की बैंक शाखाओं में ट्रांसफर करते थे पैसे
पुलिस ने पीड़ित के बैंक खातों का जांच की तो पता चला कि उसके खाते की सभी गोपनीय जानकारियां अभियुक्तों ने धोखाधड़ी करके प्राप्त कर ली थी. इसके बाद पीड़ित के खातों से पूरे पैसों को देश के विभिन्न राज्यों जैसे महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश में स्थित बैंकों के फर्जी खातों में ऑनलाइन ट्रांसफर कर लिया गया था.

पुलिस की जांच में पता चला कि ठगी की रकम में से कुछ पैसों को ऑनलाइन ई-वॉलेट जैसे मोबीक्विक, पेटीएम, फोन पे, गूगलपे, अमेजॉनपे, फ्लिपकार्ट, फ्यूचरपे, एयरटेल मनी, फिनो पेमेंट बैंक, नो ब्रोकर्स, गिफ्ट एवं अन्य में भी ट्रांसफर की किया गया था।


साइबर सेल की टीम के द्वारा जांच के दौरान अभियुक्तों का लोकेशन झारखण्ड के दुमका जिले के सालजोरबंदरी गांव में मिला. इस पर साइबर क्राइम सेल और हजरतगंज पुलिस की संयुक्त टीम ने सत्यापन किया तो अभियुक्तों के सही नाम और पता मिल गया. अभियुक्तों को पूछताछ के बहाने हजरतगंज बुलाया गया यहां से डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर सभी को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार किये गये अभियुक्तों से विशेष टीम गठित कर पूछताछ की जा रही है.