Jharkhand:गुमला के घाघरा थाना क्षेत्र में डैम से शनिवार को पति और रविवार को पत्नी का शव बरामद,वृद्ध दम्पति को पत्थर बांधकर डैम में फेंक दिया था।
गुमला।घाघरा थाना क्षेत्र के हालमाटी करंजटोली निवासी वृद्ध दंपति का शव शनिवार को पति और आज रविवार को पत्नी शानियरो देवी 60 वर्षीय का भी शव पुलिस ने मसरिया डैम से बरामद कर लिया है।बता दें कि हालमाटी करंजटोली निवासी दंपति लुट्टू उरांव और उसकी पत्नी शानियरो देवी विगत 15 अक्टूबर से लापता थे।लापता होने की जानकारी मिलने बेटी सुशीला देवी 17 अक्टूबर को अपने माँ बाप के लापता होने की लिखित सूचना घाघरा थाने को दी।
17 अक्टूबर को ही अपराह्न में सुशीला के पिता लुट्टू उरांव का शव उसके घर से करीब एक किलोमीटर दूर स्थित मसरिया डैम में तैरता हुआ बरामद किया गया। शव बाहर निकालने के बाद शव की पहचान सुशीला ने अपने पिता लिट्टू उरांव के रूप में की थी।लिट्टू के शव बरामद होने के बाद से ही ग्रामीण मृत लिट्टू की पत्नी शनियारो का भी शव डैम में होने की आशंका जता कर पुलिस साथ काफी खोजबीन डैम में ही किया।लेकिन कल कोई पता नही चला पाया।वहीं आज 18 अक्टूबर को एक साड़ी पहने हुवे महिला का शव को डैम में तैरते देख इसकी सूचना ग्रामीणों ने पुलिस को दी।पुलिस ने शव डैम से बाहर निकाला।जहाँ मृतिका के पुत्री सुशीला ने शानियरो के रूप में पहचान की। लिट्टू की तरह ही शव पत्थर से बंधा हुआ डैम में फेका हुआ था।पुलिस ने ग्रामीणों के सहयोग से शव को बाहर निकाला।पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम हेतु सदर अस्पताल गुमला भेज दिया।
दम्पति को पत्थर बांधकर डैम में फेंक दिया था
दम्पति की हत्या पत्थर से बांधकर पानी मे फेक कर की गई थी। बताया जा रहा कि मामला डायन बिसाही या जमीन की लालच में दम्पति की हत्या की गई।डायन बिसाही का मामला हो सकता है, हालाकि इसकी पुष्टि अब तक नही हुई है।
मृतक दंपति के तीन पुत्री है
मृतक दंपति के तीन पुत्री है कोई भी पुत्र नही है।बड़ी पुत्री बुधमानिया देवी टोटाम्बी केनटोली में,वही मझली पुत्री फुलमनी देवी किता बरकनी और छोटी पुत्री शुशीला देवी चामा चमेली में शादी हुई है जो सभी अपने ससुराल में रहती है।
पुत्रियों ने कहा नही करते थे पिता झाड़ फूक
इधर ग्रामीणों ने झाड़ फूक की बात कही थी।लेकिन मृतक की पुत्रियों में कहा उसके पिता कोई झाड़फूंक का काम नही करते थे।वह खेती बाड़ी कर अपना जीवन यापन करते थे।वहीं ग्रामीणों ने कहा बृद्ध दंपति खेती बारी करके जीवन यापन किया करते थे। 25 साल पहले दंपति हालमाटी से आकर हलामाटी करंजटोली में अपना घर बनाकर रहता था।जबकि अन्य दो भाई बुधु उरांव किसुन उरांव हलामाटी में ही रहते है।
दोनों की अंत्येष्टि होगी एक साथ
पुत्रियों ने बताया की उसके पिता लिट्टू का पोस्टमार्टम होने में शाम हो गयी वही घर पहुचते देर हो गयी थी। जिस कारण उसका अंतिम संस्कार नही हो सका था।अब दोनों का शव आज एक साथ आतीं संस्कार होगी।पुत्री सुशीला ने यह भी बताया कि वे बहुत ही गरीब है और जो वाहन लुट्टू को पोस्टमार्टम के लिए गुमला ले गया था।वह गाड़ी गुमला पोस्टमार्टम हाउस में छोड़कर भाग गया था।वे लोग दूसरा गाड़ी बुक कर गुमला से शव को अपने गांव हलामाटी लाया। जिस बाबत 16 सौ रुपये उन्हें गाड़ी भाड़ा देना पड़ा।जिसके कारण देर रात 9 बजे शव पहुँचा था।