बड़ा विमान हादसा टला:अमेरिका में 231 यात्रियों को ले जा रहे प्लेन के इंजन में आग लगी,पुर्जे जलकर गिरते रहे,लेकिन पायलट ने सेफ लैंडिंग करा ली
झारखण्ड न्यूज,राँची।अमेरिका में रविवार को बड़ा विमान हादसा टल गया। डेनवर से होनोलुलु जा रहे बोइंग 777 के इंजन में उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही आग लग गई। उस वक्त विमान 15 हजार फीट की ऊंचाई पर था। हालांकि, पायलट की सूझबूझ से हादसा टल गया। उसने तुरंत कंट्रोल स्टेशन को मैसेज किया और वापस डेनवर में विमान की सुरक्षित लैंडिंग करा ली। विमान में 231 पैसेंजर्स और 10 क्रू मेंबर्स थे।आग दाहिने इंजन में लगी। धीरे-धीरे इसके पार्ट्स जलकर नीचे गिरने लगे, लेकिन पायलट को भरोसा था कि वह अनहोनी को टाल देगा और ऐसा ही हुआ।
लोगों से अपील- मलबे से दूर रहें
इस घटना की जांच के लिए नेशनल ट्रांसपोर्ट सिक्योरिटी बोर्ड (NTSB) ने टीम गठित कर दी है। विमान का मलबा काफी बड़े इलाके में फैल गया है। मफील्ड पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे मलबे को ना छुएं और ना ही उसके पास जाएं।
यह विमान के इंजन से गिरा एक पुर्जा है। इस विमान में दो प्रैट एंड व्हिटनी PW4000 इंजन लगे थे।
प्लेन में बैठे पैसेंजर ने जलते इंजन का वीडियो बनाया
प्लेन के इंजन में आग लगते ही फ्लाइट में अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, पायलट ने उन्हें हिम्मत बंधाई। साथ ही कहा कि वह सुरक्षित लैंडिंग की हर संभव कोशिश कर रहे हैं। इस दौरान एक पैसेंजर ने जलते हुए इंजन का वीडियो बना लिया। सोशल मीडिया पर शेयर करते ही यह वायरल हो गया।
इंजन का बाहरी फ्रेम,जो टूटकर ब्रूमलैंड कस्बे में एक मकान के पास गिरा। गनीमत रही कि इससे किसी को चोट नहीं आई।
धमाके के बाद विमान लगातार नीचे आ रहा था
एक यात्री डेविड डेल्युसिया ने डेनवर पोस्ट को बताया- ‘मैं ईमानदारी से कह रहा हूं कि किसी पॉइंट पर जाकर हम मरने वाले थे। ऐसा सोचने की वजह भी थी। धमाके के बाद हम लगातार ऊंचाई से नीचे की तरफ आते जा रहे थे। आग से विमान के अंदर भी गर्मी बढ़ने लगी थी।’
इंजन के ऊपर लगा मैटल का कवर कॉमंस पार्क की टर्फ फील्ड में गिरा। पुलिस ने इस इलाके को सील कर दिया है।वही जहां जहां मलवा गिरा है उस इलाके को पुलिस ने सील कर दी है।
2018 में भी बोइंग 777 का इंजन फेल हुआ था
यह विमान करीब 26 साल पुराना था। इसमें दो प्रैट एंड व्हिटनी PW4000 इंजन लगे थे। फरवरी 2018 में भी बोइंग 777 के एक पुराने विमान का इंजन फेल हो गया था। तब भी कम समय में ही सुरक्षित लैंडिंग करा ली गई थी।
सौजन्य:सिटीज