#RANCHI:अरगोड़ा थाना इलाके के अरगोड़ा बस्ती में रहने वाले हलवाई ने आर्थिक तंगी से परेशान होकर आत्महत्या कर ली।
राँची।कोरोना काल में आत्महत्याओं का मानो दौर चल गया।हर दिन कहीं न कहीं से ऐसे ही दुःखद घटना सामने आ रही है।वहीं राजधानी में आत्महत्याओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक के बाद एक आत्महत्या की घटनाएं लगातार सामने आ रहीं हैं।शुक्रवार की सुबह फिर एक आत्महत्या का मामला सामने आया। अरगोड़ा इलाके के अरगोड़ा बस्ती में रहने वाले हलवाई निवारण प्रमाणिक ने आर्थिक तंगी से परेशान होकर आत्महत्या कर ली।
मिली जानकारी के अनुसार हलवाई निवारण प्रमाणिक काम छूट जाने से परेशान था। वह पहले किसी होटल में मिठाई बनाता था, लेकिन लॉकडाउन के कारण काम छूट गया था, जिससे वह आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। इधर हाल के दिनों में बाजार में जलेबी बना कर बेचता था, उससे भी काम नहीं चल रहा था। आखिर में उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि निवारण प्रमाणिक ने बाथरूम में जाकर फांसी लगा ली है।वह मूल रूप से पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा का रहने वाला था। घटना की सूचना मिलने के बाद अरगोड़ा थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेजा। फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
राँची में 3 दिनों के भीतर आधा दर्जन से ज्यादा आत्महत्या के मामले सामने आए हैं।बीते बुधवार को तीन आत्महत्या के मामले सामने आए थे। इनमें एक छात्र ने मां से पैसे मांगे थे, पैसे नहीं मिलने पर आत्महत्या कर ली थी।वही धुर्वा इलाक़े में एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली थी।एक हलवाई ने आर्थिक तंगी के कारण आत्महत्या कर ली थी। तीसरा कोकर हैदर अली रोड में रहने वाले मजदूर ने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। दूसरे दिन गुरुवार को झारखण्ड के पीटीआई ब्यूरो चीफ ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली,बुढ़मू में एक महिला ने आत्महत्या कर ली।इस तरह आज शुक्रवार को सुबह एक और आत्महत्या का मामला सामने आया।