कोरोना आपदा या अवसर? रिम्स परिसर में दवाई दोस्त के यहाँ पड़ा छापा, अवैध रूप से दवाई बेचने का आरोप!
राँची। कोरोना कुछ लोगों के लिए आपदा है तो कुछ के लिए अवैध कमाई का अवसर। जी हाँ बिल्कुल सही पढ़ रहे हैं आप। इस आपदा की खड़ी में एक ओर हमारे कोरोना वारियर्स जहां पूरी शिद्दत से लोगों की जान बचाने में लगे हुए हैं तो दूसरी ओर कुछ लोग इस आपदा की घड़ी को अवैध कमाई का अवसर बना लिए है। आप सभी तो यह सुन ही रहे थे कि राज्य के अन्य अन्य जगहों पर पीडीएस दुकानदारों द्वारा जनता से राशन देने के एवज में कैसे अवैध वसूली करते हैं। ताजा मामला राजधानी राँची का है। राँची में एक मेडिसिन स्टोर का चेन है, जिसका नाम है “दवाई दोस्त”। कई जीवनरक्षक दवाओं की कीमत काफी अधिक होती है। दवाई दोस्त का दावा है कि जिन महंगे दवाओं को गरीब मरीज खरीद नहीं पाते, दवाई दोस्त उन्हें काफी कम कीमत दवाई उपलब्ध कराता है।
चलिए आते हैं आज के छापा कांड पर। दरअसल हुआ यूं कि औषधि नियंत्रण विभाग को सूचना मिली कि रिम्स परिसर में “दवाई दोस्त” नाम का दुकान बिना रैपर/ लेबल लगे हुए अवैध रूप से सैनिटाइजर की बिक्री की जा रही है। सूचना मिलने पर राजधानी राँची के रिम्स परिसर में संचालित दवा दुकान “दवाई दोस्त” में औषधि विभाग की टीम छापेमारी के लिए पहुंची।विभाग के अधिकारियों ने पाया कि ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट का उल्लंघन करते हुए यहां बिना लेवल लगाए सैनिटाइजर बेचा जा रहा है। औषधि विभाग की टीम ने दवाई दोस्त के काउंटर और गोडाउन में रखे गए सैनिटाइजर, सैनिटाइजर से भरी बोतल, खाली बोतल और 20 लीटर का सैनिटाइजर का जार भी पाया है।ड्रग इंस्पेक्टर प्रतिभा झा ने कहा कि दवाई दोस्त के संचालक से जरूरी कागजात की मांग की गई है, अग्रेतर जांच चल रही है। उन्होंने कहा कि यहां गैरकानूनी तरीके से सैनिटाइजर बेचा जा रहा है। सैनिटाइजर के बोतल में लेवल नहीं लगाया गया है। यह ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट का उल्लंघन है।