Ranchi:साइबर अपराध रोकने के लिए पुलिस अफसरों को मिली ट्रेनिंग…
–आइटी एक्ट से जुड़े केस के अनुसंधान के लिए आइटी बैकग्राउंड का पुलिस अफसर या इसमें एक्सपर्ट होने की आवश्यकता नहीं है। इसके लिए ट्रेनिंग की आवश्यकता है।–अनुराग गुप्ता,डीजी सीआइडी झारखण्ड
राँची।झारखण्ड में साइबर अपराध की रोकथाम व केस के अनुसंधान के लिए गृह मंत्रालय के इंडियन साइबर क्राइम को-ऑर्डिनेशन सेंटर (आइफोरसी) के विशेषज्ञों ने शनिवार को झारखण्ड कैडर के प्रशिक्षु आइपीएस सहित 58 पुलिस अफसरों को प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण का विषय था एडवांस डिजिटल इंवेस्टीगेशन टेक्निक।कार्यक्रम का आयोजन राँची के होटवार स्थित अनुसंधान प्रशिक्षण विद्यालय में किया गया। इस मौके पर डीजी सीआइडी अनुराग गुप्ता ने कहा कि आइटी एक्ट से जुड़े केस के अनुसंधान के लिए आइटी बैकग्राउंड का पुलिस अफसर या इसमें एक्सपर्ट होने की आवश्यकता नहीं है। इसके लिए ट्रेनिंग की आवश्यकता है।इसलिए इस ट्रेनिंग का आयोजन किया गया है।सीआईडी एसपी कार्तिक एस ने भी ट्रेंनिग के महत्व पर जानकारी दी।ट्रेनिग के दौरान आईफोरसी के सीनियर अधिकारी जितेंद्र सिंह के द्वारा प्रशिक्षण दैरान डिजिटल साक्ष्य, बेहतर अनुसंधान के नमूने,क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े बिंदु पर अनुसंधान और चार्जशीट पर प्रशिक्षण दिया।
आज रविवार को आईफोरसी के साइबर एक्सपर्ट रूसी मेहता के द्वारा साइबर क्राइम के लेटेस्ट तकनीकी,चाइनीज लोन एप से ठगी से सम्बंधित केस के अनुसंधान सहित अन्य विषयों पर ट्रेनिंग दी गई।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान जैप-10 कमाडेंट धनंजय सिंह,डीएसपी विकास श्रीवास्तव, साइबर डीएसपी नेहा बाला सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।