पुलिस संस्मरण दिवस 2022:देश के लिए बलिदान देने वाले वीर शहीदों को दी गई श्रद्धाजंलि
राँची।झारखण्ड पुलिस परिवार के द्वारा शुक्रवार को पुलिस संस्मरण दिवस मनाया गया। देश की रक्षा करने वाले वीर शहीद जवानों को राजधानी राँची सहित पूरे प्रदेश में श्रद्धांजलि अर्पित की गई। राजधानी राँची में जैप वन ग्राउंड,पुलिस लाइन और सीआरपीएफ कैम्प सहित कई स्थानों पर पुलिस अधिकारियों और जवानों ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। झारखण्ड में इस वर्ष नक्सलियों से लोहा लेते हुए 3 जवान शहीद हुए थे जिन्हें पुलिस अधिकारियों सहित अन्य लोगों ने श्रद्धांजलि दी।
21 अक्टूबर 1959 को भारत के लद्दाख के हॉट स्प्रिंग में चीनी सेना के आक्रमण में सीआरपीएफ अधिकारी कर्म सिंह अपने 20 साथियों के साथ शहीद हुए थे, तब से ही हर साल 21 अक्टूबर को पुलिस संस्मरण दिवस मनाया जाता है। इस दौरान पिछले एक साल में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी जाती है।राँची के जैप वन ग्राउंड में राज्य के डीजीपी नीरज सिन्हा सहित तमाम पुलिस अधिकारियो ने एक साल के भीतर देश की रक्षा के लिए अपना जीवन बलिदान करने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि दी।मौके पर डीजीपी नीरज सिन्हा ने बताया कि शहीद होने वाले पुलिसकर्मी हमेशा ही कर्तव्यपथ पर बेहतर करने की प्रेरणा देते हैं। आज के दिन सिर्फ और सिर्फ शहीदों को याद करना चाहिए उनके भलाई की सोचनी चाहिए।
झारखण्ड में इस वर्ष नक्सलियों से लोहा लेते हुए दो जवान और एक अधिकारी शहीद हुए थे। झारखण्ड जगुआर में पदस्थापित रहे आरक्षी ठाकुर हेंब्रम,आरक्षी शंकर नायक और बीएसएफ के उप समादेष्टा राजेश कुमार नक्सलियो से लोहा लेते हुए शहीद हो गए थे।पुलिस संस्मरण दिवस के अवसर पर तीनों वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
राँची पुलिस लाइन में मनाया गया शहीद संस्मरण दिवस,वीर शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि
इधर पुलिस संस्मरण दिवस पर आज शुक्रवार की सुबह राजधानी राँची पुलिस लाइन में वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान देश की आंतरिक सुरक्षा में जान गंवाने वाले राँची सहित झाररखण्ड के वीर शहीदों को याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की गई।साथ ही उन शहीदों के परिवार के बीच राँची के एसएसपी किशोर कौशल सहित अन्य अधिकारियों ने दुख बांटने की कोशिश भी की।
देश के लिए शहीद होना गौरव की बात है
एसएसपी ने इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अपने कर्तव्य के दौरान देश के लिए शहीद होना गौरव की बात है,हालांकि शहीदों की क्षति को भुलाया नहीं जा सकता है।इस संस्मरण दिवस के दौरान एसएसपी कौशल किशोर ने शहीदों को सलामी भी दी। उन्होंने बताया कि 21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख के हॉट स्प्रींग में चीनी सेना के आक्रमण में सीआरपीएफ अधिकारी करम सिंह अपने 20 साथियों के साथ शहीद हो गए थे। तब से 21 अक्टूबर को पुलिस संस्मरण दिवस मनाया जाता है। इस दौरान पिछले एक साल में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी जाती है। मौके पर ग्रामीण एसपी नौशाद आलम, सिटी एसपी अंशुमन कुमार ,सिटी डीएसपी दीपक कुमार,हटिया डीएसपी राजा कुमार मित्रा,कोतवाली डीएसपी एवं अन्य डीएसपी सहित कई थानेदार मौजूद थे।