गढ़वा बसस्टैंड गोलीकांड का पुलिस ने किया खुलासा, हत्याकांड में शामिल 11 अपराधी गिरफ्तार
गढ़वा: गढ़वा बस स्टैंड में वर्चस्व कायम करने और व्यवसायियों में दहशत फैलाने को लेकर बस एजेंट शैलेश केसरी एवं कईल दुबे की हत्या की गई थी। मामले में एसपी श्रीकांत एस खोटरे के निर्देश पर पुलिस की टीम ने कार्रवाई करते हुए रंगसाज गिरोह के 11 अपराधी को गिरफ्तार कर लिया है। बसस्टैंड में गोलीबारी और हत्याकांड में गिरफ्तार अपराधियों में अपराधी छोटू रंगसाज की पत्नी सलमा खातून उर्फ पिंकी ,पलामू जिले के रियाज अहमद खान, गढ़वा के संतोष चंद्रवंशी, पप्पू खान उर्फ शाहिद अली, पलामू के इरशाद आलम, सज्जू उर्फ सज्जाद अहमद, सोहेल अहमद, डमडम उर्फ नईम रंगसाज, पलामू, सत्या पासवान गढ़वा, सलाहु उर्फ मोहम्मद सलाउद्दीन खान गढ़वा और उदित चंद्रवंशी शामिल हैं।
जेल के अंदर से छोटू रंगसाज ने रची थी हत्या की साजिश
दो लोगों के हत्या की साजिश जेल में बंद छोटू रंगसाज द्वारा रची गई थी। हालांकि इस मामले में शूटर समेत तीन अन्य लोग पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। इनकी गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस द्वारा सघन छापेमारी की जा रही है। गिरफ्तार अपराधियों के पास से पुलिस ने दो देसी कट्टा, एक कारतूस, एक पल्सर मोटरसाइकिल और 18 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।
बस एजेंट शैलेश केसरी समेत दो की गोली मारकर की हुई थी हत्या
शहर के बस स्टैंड में 28 अप्रैल
की दोपहर दिन-दहाड़े एक बाइक पर सवार तीन अपराधियों ने बस एजेंट समेत दो लोगों को गोली मार दी थी। इस घटना में बस एजेंट शैलेश गौरव उर्फ टिंकू केशरी की मौके पर मौत हो गई थी। जबकि गंभीर रूप से जख्मी कईल दुबे को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। इस गोलीकांड में शैलेश केसरी के सिर और पीठ में दो गोली लगी थी, जबकि कईल दुबे को एक गोली लगी थी।