संगठित गिरोह सक्रिय है नशे का कारोबार में,युवाओं तक पहुंचाए जा रहे ब्राउन शुगर, गांजा व नशीली दवाएं…

राँची।राजधानी राँची में युवा बड़ी तेजी से नशे के दलदल में घुसते जा रहे हैं। स्थिति ‘उड़ती राँची’ जैसी बनती जा रही है। तस्कर ब्राउन शुगर के अलावा गांजा, नशीली दवाओं व इंजेक्शन से पूरी नस्ल बर्बाद करने पर जुटे हैं। शहर में कई संगठित गिरोह सक्रिय हैं।एक गिरोह हर माह युवक-युवतियों को लत लगवाकर करीब 10 लाख रुपए तक की काली कमाई कर रहा है। एटीएस ने शुक्रवार को 89 पुड़ियों के अलावा 40 ग्राम ब्राउन शुगर के साथ छह लोगों को गिरफ्तार किया।झारखण्ड एटीएस की यह कार्रवाई भयावहता काे इंगित कर रहा है। एटीएस एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने बताया कि राँची शहर में बड़े पैमाने पर ब्राउन शुगर की तस्करी हो रही है।कई अंतरराज्यीय गिरोह सक्रिय हैं। इनमें महिलाएं भी हैं। इस पूरे सिंडिकेट को ध्वस्त करेंगे।

इधर,हमारी टीम ने इसे लेकर शनिवार को विभिन्न चौक-चौराहों व शैक्षणिक संस्थानों के पास पड़ताल की तो कहीं युवा सिगरेट में गांजा भरकर पीते मिले तो कहीं डेंड्राइड लेते दिखे। एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान के पास कुछ युवक-युवतियों का जमावड़ा था, जहां बाइक सवार दो युवक पहुंचे और पुड़िया में कुछ देकर तेजी से निकल गए।

किस थाना क्षेत्र में कहां नशे का कारोबार

सुखदेवनगर -पहाड़ी के समीप, रातू राेड, किशाेरी यादव चाैक के समीप।

लालपुर- लाेअर वर्द्धवान कंपाउंड, नगड़ा टाेली, लाेहराकाेचा, धाेबीघाट, माेरहाबादी सदर- चूना भट्ठा, डिस्टलरी पुल, आदर्श नगर

डाेरंडा -डाेरंडा काॅलेज के समीप गुमटी में, डिबडीह पुल के समीप, सेठ सीताराम स्कूल के समीप।

बरियातू-एदलहातू, सिंदवार टाेली, बरियातू पहाड़ काेतवाली- जयपाल सिंह स्टेडियम के समीप, चडरी तालाब के समीप

हिंदपीढ़ी -बड़ा तालाब के समीप, नेजाम नगर, नाला राेड।

लाेअर बाजार -कर्बला चाैक, कांटाटाेली, खादगढ़ा बस स्टैंड, गोस्सनर काॅलेेज के पीछे।

चुटिया – स्टेशन राेड,पटेल चाैक,ओवरब्रिज,अन्य इलाके में

अरगोड़ा-हरमू मैदान,बिजली ऑफिस के बगल गली,श्मसान घाट रोड

पुंदाग-इलाही नगर सहित तीन से चार जगहों पर

200 से 2 हजार तक की पुड़िया, सिर्फ नेटवर्किंग के जरिए सप्लाई

पड़ताल के दौरान यह बात सामने आई कि तस्कर ब्राउन शुगर की अलग-अलग पुड़िया बनाकर रखते हैं। 200 रुपए से लेकर 2000 रुपए तक पुड़िया रहती है, ताकि डिमांड के अनुसार उसकी सप्लाई की जा सके।

शहर के हॉस्टल-लॉज में रहने वाले युवा तस्करों के निशाने पर रहते हैं, क्योंकि घर से मिली पॉकेट मनी से वे इसकी खरीदारी करते हैं। तस्कर सीधे खरीदार को सप्लाई नहीं करते हैं। पूरी नेटवर्किंग होती है। इसके लिए उन्हें पूर्व परिचित के माध्यम से ही पहुंचना होता है।

नशे के लिए चोरियों से शुरुआत, फिर लूट और हत्या जैसे अपराध

ब्राउन शुगर, गांजा या नशे के इंजेक्शन की लत जब युवाओं को लत जाती है तो वे अपराध की दुनिया में भी कदम बढ़ा देते हैं। शुरुआत घर या आस-पड़ोस के घरों में चोरियों से होता है, फिर लूट, हत्या जैसे अपराध भी करने लगते हैं।

4 मार्च को जेल भेजे गए हर्षित राज उर्फ जीत सिंह राजपूत ने पुलिस के समक्ष खुलासा किया है कि उसके पास नशे के लिए पैसे नहीं थे। इसलिए उसने अपने दोस्तों के साथ 2 मार्च को रंगरेज गली में लूट की योजना बनाई, लेकिन गार्ड द्वारा देखे जाने पर उसने गोली चला दी।

सिटी एसपी बोले- शहर को 4 जाेन में बांट टीमें करेंगी छापेमारी

पूरे शहर काे 4 जोन में बांटा जाएगा। छापेमारी के लिए टीम बनेगी। सभी टीमों काे टार्गेट दिया जाएगा। पहले स्थान चिन्हित किए जाएंगे। जरूरत पड़ने पर रात में भी ऑपरेशन चलाया जाएगा।विशेष रूप से खंडहर, झाड़ी और शैक्षणिक संस्थानों के आसपास जमा हाेने वाले युवाओं पर पुलिस की नजर हाेेगी। अत्यधिक मात्रा में नशीली सिरप सप्लाई करने वाले लाेगाें काे चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी।- सिटी एसपी, राँची