जेई नियुक्ति परीक्षा से दो घंटे पहले लीक हुआ था प्रश्न पत्र, मामले में एक गिरफ्तार
राँची। झारखण्ड कर्मचारी चयन आयोग के द्वारा कनीय अभियंता की नियुक्ति को लेकर 3 जुलाई 2022 को सुबह 10 बजें से लिखित परीक्षा ली गई थी।परंतु परीक्षा से दो घंटे पहले ही प्रश्न पत्र लीक होकर वायरल होने लगा। ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने प्रेस वार्ता कर बताया कि परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक होने का आरोप लगाकर अभ्यर्थियों ने हंगामा किया था।
बताया कि महुदा धनबाद के अभ्यर्थी मिथिलेश कुमार सिंह (पिता गोपाल प्रसाद महतो) ने 14 जुलाई को परीक्षा से पूर्व प्रश्न पत्र वाट्सअप में वायरल किए जाने की प्राथमिकी दर्ज कराई थी।पुलिस ने धारा 467/468/420/120 बी,66 आईटी एक्ट एवं बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम 1981 की धारा 10 के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान किया एवं आरोपी रंजीत मंडल (पिता प्रकाश मंडल) , बंगांरो,थाना देवरी जिला गिरिडीह निवासी को 21 जुलाई को उड़िसा के क्योंझर से गिरफ्तार किया। आरोपी के पास से मोबाइल जब्त किया गया जिसके वाट्सअप नंबर 7488121791 से प्रश्न पत्र वायरल किया गया था।
ग्रामीण एसपी ने बताया कि आरोपी ने अपराध स्वीकार करते हुए संलिप्त अन्य लोगों की जानकारी दी है।मुख्य सरगना सहित अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापामारी जारी है।
आयोग के कर्मी की मिलीभगत से प्रश्न पत्र हुआ लीक
ग्रामीण एसपी ने बताया कि प्रश्न पत्र लीक एवं वारयल करने का बड़ा गिरोह है जिसमें बिहार, झारखण्ड सहित अन्य राज्य के लोग शामिल हैं। अभ्यर्थियों ने 15- 20 लाख रुपए देकर प्रश्न पत्र दिया जाता था. पूरे प्रकरण में चयन आयोग के भी कुछ लोग शामिल हैं क्योंकि बिना उनके सहयोग से प्रश्न पत्र लीक होना संभव नहीं है।बताया जांच की जा रही है जो दोषी पाए जाएंगे कानून संगत कार्रवाई की जाएगी।