गिरिडीह:दूसरे दिन भी नक्सलियों ने मचाया उत्पात,पुल को विस्फोट कर उड़ाया
गिरिडीह।झारखण्ड के गिरिडीह जिले में दूसरे दिन नक्सलियों का उत्पात जारी है।देर रात नक्सलियों ने गिरिडीह और डुमरी प्रखंड को जोड़ने वाले बारगढ़ा में बराकर नदी पर बने पुल को विस्फोट कर उड़ा दिया है।उसके बाद मुफस्सिल थाना क्षेत्र के दुखहरण नाथ मंदिर के पास वाटर सप्लाई के लिए लगाये गये ट्रांसफार्मर में भी विस्फोट कर दिया है। साथ ही वाटर सप्लाई के लिए टंकी निर्माण का कार्य कर रहे दो मजदूरों की जमकर पिटाई की।नक्सलियों ने लगातार दूसरे दिन घटना को अंजाम देकर एक बार फिर दमदार उपस्थिति दर्ज कराई है।शुक्रवार की रात मधुबन और खुखरा थाना क्षेत्र में मोबाइल टावर को विस्फोट कर उड़ाया था।वही शनिवार की देर रात बराकर नदी पर बने पुल को विस्फोट कर उड़ा दिया है।वहीं दूसरी ओर ट्रांसफार्मर कोभी उड़ा दिया।देर रात हुई दो घटनाओं से इलाके में दहशत का माहौल है।
जानकारी के अनुसार गिरिडीह और डुमरी प्रखंड को जोड़ने के लिए बारागढा के पास पुल का निर्माण करवाया जा रहा था।पुल का निर्माण कार्य पूरा करा लिया गया था,लेकिन संवेदक द्वारा संबंधित विभाग को हैंड ओवर नहीं किया गया था। फिलहाल अप्रोच सड़क का निर्माण कार्य करवाया जा रहा था।बताया जाता है कि विस्फोट इतना भयानक था की काफी दूर तक इसकी आवाज सुनाई दी थी।पुल पर नक्सलियों ने पर्चा भी छोड़ा है।
दूसरी घटना के बारे में बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने शनिवार रात करीब एक से दो बजे के बीच 20 की संख्या में आये थे. सभी नक्सली हथियारबंद थे. नक्सली दुखहरण नाथ मंदिर के पास वाटर सप्लाई के लिए बन रहे पानी टंकी के पास पहुंचे और वहां सो रहे दोनों मजदूरों को जगाया. नक्सलियों ने सन्नी कुमार और रंजन कुमार मजदूरों को जमकर पीटा और वहां लगे ट्रांसफार्मर को विस्फोट कर उड़ा दिया. विस्फोट की आवाज इतनी तेज थी कि 5 किलो मीटर दूर तक सुनाई दी।
घटना स्थल पर छोड़े गए पर्चे में नक्सलियों ने टॉप माओवादी नेता प्रशांत बोस,किसन दा और शीला मरांडी को जेल में बेहतर सुविधा उपलब्ध करवाने की मांग की गई है। इधर प्रशांत बोस,किसन दा और शीला मरांडी की गिरफ्तारी के विरोध में नक्सली प्रतिरोध दिवस मना रहा है।